Tax Free Countries: भारत में एक निश्चित कमाई से ज्‍यादा अगर आप कमाते हैं तो आपको इनकम टैक्‍स भरना होता है. लेकिन तमाम देश ऐसे हैं जहां आप चाहे लाखों की रकम कमाएं या फिर करोड़ों रुपए कमा लें, यहां आपको अपनी कमाई पर कोई टैक्‍स नहीं देना होता है या फिर बहुत कम टैक्‍स देना होता है. इन देशों को Tax Haven Countries कहा जाता है. हिंडनबर्ग मामले में भी बरमूडा और मॉरिशस जैसे टैक्‍स हेवन देशों का जिक्र किया जा रहा है.आइए आपको बताते हैं दुनिया के कुछ Tax Haven Countries.

ये देश कहलाते हैं टैक्‍स हेवन

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1- ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स

2- केमैन आइलैंड्स

3- बरमूडा

4- नीदरलैंड्स

5- स्विटजरलैंड

6- लग्जम्बर्ग

7- हॉन्ग कॉन्ग

8- जर्सी

9- सिंगापुर

10- संयुक्त अरब अमीरात

11- मॉरिशस

12- साइप्रस

13- पनामा

कालाधन जमा करने में मददगार हैं Tax Haven देश

Tax Heaven देशों में विदेशी नागरिकों, निवेशकों और बिजनेसमैन को भी अपना धन जमा करने में मदद मिलती है. यहां पर पैसे जमा करने पर टैक्स नहीं चुकाना पड़ता है या फिर बहुत कम देना होता है. इतना ही नहीं, ये देश भारी भरकम रकम जमा करने पर ये जानकारी भी नहीं लेते हैं कि आखिर इतने सारे पैसों का स्रोत क्या है. ऐसे में देश ये काला धन जमा करने वालों के लिए काफी मददगार साबित होते हैं. ये देश टैक्स चोरी करने वालों के लिए स्वर्ग जैसे हैं, इसलिए इन देशों को Tax Haven कहा जाता है. 

हिंडनबर्ग मामले में क्‍यों आया बरमूडा और मॉरिशस का नाम?

हिंडनबर्ग ने शनिवार को एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें मार्केट रेग्युलेटर सेबी (SEBI) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) और उनके पति धवल बुच (Dhaval Buch) पर वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया है. रिपोर्ट के मुताबिक माधबी पुरी बुच और उनके पति  धवल बुच ने बरमूडा और मॉरीशस (Bermuda and Mauritius) Offshore Funds में हिस्सेदारी रखी थी, जिनका इस्तेमाल अडानी ग्रुप (Adani Group) की ओर से किया गया था. चूंकि बरमूडा और मॉरिशस को भी टैक्‍स हेवन देशों में शामिल किया जाता है.