GST Fraud: फर्जी डॉक्यूमेंट्स के जरिए करोड़ों को जीएसटी फ्रॉड करने वाले गिरोह का पुलिस ने भांडाफोड़ किया है. ये लोग फर्जी कंपनी बनाकर हर रोज करीब 1 करोड़ रुपये तक का फर्जीवाड़ा करते थे. जिसके लिए बदमाशों ने 250 से अधिक फर्जी फर्म बना रखे थे. नोएडा पुलिस ने इस गिरोह के चार लोगों को हिरासत में लिया है, जबकि मुख्य आरोपी निशांत अग्रवाल की तलाश जारी है. ये सभी आरोपी फर्जी ई-वे बिल बनाकर सरकार को चूना लगा रहे थे. 

हर रोज करोड़ों का फर्जीवाड़ा

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नोएडा डीसीपी हरिश्चंद ने बताया कि ये जीएसटी फ्रॉड में पकड़े गए इन आरोपियों ने 250 से अधिक फर्जी फर्म बना रखी थी, जिसकी जानकारी नोएडा पुलिस के हाथ लगी. ये लोग रोजाना 70 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये के बीच फेक बिल बनाते थे. 

पुलिस ने बताया कि आरोपी इसके लिए थाईलैंड, सिंगापुर, वियतनाम, ताइवान से इंपोर्ट और एक्सपोर्ट का हवाला दिया करते हैं. ये लोग फर्जी कंपनी बनाकर केंद्र सरकार से फर्जी ITC क्लेम करते थे. 

मामले पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गिरोह से जुड़े चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. हालांकि, इस मामले में मुख्य आरोपी निशांत अग्रवाल फरार चल रहा है. पुलिस ने मामले से जुड़े 10 अकाउंट में करीब 3 करोड़ रुपये फ्रीज कराए हैं. 

पहले भी गिरफ्तार हो चुके हैं 25 आरोपी

आपको बता दें कि फर्जी GST के मामले में पुलिस ने पहले ही 25 लोग गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा 8 लोगों के खिलाफ 25 हजार रुपये का इनाम रखा है. पुलिस ने इसके पहले ङी 2500 फर्जी कंपनियों की साढ़े 4 हजार करोड़ रुपये ITC फ्रीज कराया गया था. इस मामले में पुलिस GST अफसरों की संलिप्तता की जांच भी तेज कर दी गई है.