आपको आए दिन जीएसटी चोरी (GST Evasion) का कोई न कोई मामला सुनने को जरूर मिलता होगा. जीएसटी चोरी के बढ़ते मामलों को देखते हुए ही डायरेक्टर जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) ने एक एनुअल रिपोर्ट 2023-24 जारी की है. इस रिपोर्ट का नाम है ट्रेंड्स इन जीएसटी इनवेजन (Trends in GST Evasion) यानी जीएसटी चोरी किन-किन तरीकों से हो रही है.

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इस रिपोर्ट में जीएसटी चोरी करने के तरीकों और उनके पैटर्न को लेकर एक एनालिसिस की गई है. साथ ही इस रिपोर्ट में जीएसटी चोरी के कुछ खास केस हाइलाइट भी किए गए हैं. इस रिपोर्ट को 14 सितंबर 2024 की शाम को रिलीज किया गया. यह रिपोर्ट सीबीआईसी के अध्यक्ष संजय कुमार अग्रवाल ने डीजीजीआई सदस्य अनुपालन प्रबंधन राजीव तलवार और कुछ अन्य लोगों की मौजूदगी में जारी किया.

रिपोर्ट में पता चलीं ये खास बातें

DGGI कि एनुअल रिपोर्ट में कई बातों का जिक्र है. जीएसटी की इन्वेस्टीगेशन विंग DGGI ने 2.01 लाख करोड़ कि टैक्स चोरी पकड़ी है. DGGI ने 2022-23 के मुक़ाबले डबल टैक्स चोरी पकड़ी है. DGGI ने सबसे ज़्यादा बैंकिंग, इंश्योरेंस और ऑनलाइन गेमिंग में टैक्स चोरी के केस पकड़े हैं. DGGI ने आयरन स्क्रैप, स्टील, स्टील ऐलॉय में बड़ी संख्या में केस पकड़े हैं.

DGGI ने 2023-24 में ऑनलाइन गेमिंग केस में 78 केस में 81,875 करोड़ की चोरी पकड़ी है. BFSI में DGGI ने 171 केस में 18,961 करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी है. स्टील, ऐलॉय, मेटल और मेटल स्क्रैप में 16,806 करोड़ की चोरी पकड़ी है. DGGI के इन्वेस्टिगेशन के बाद 26000 करोड़ रुपये की वॉलेंटरी पेमेंट भी आई, जो पिछले साल 20 हजार करोड़ रुपये थी.

सिलीगुड़ी में हुआ था सम्मेलन

सिलीगुड़ी में जीएसटी खुफिया महानिदेशालय का दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन हुआ था, जिसका उद्घाटन अध्यक्ष संजय कुमार अग्रवाल ने किया. इस सम्मेलन में टैक्स चोरी करने वाले सेक्टर्स की पहचान करना और फाइनेंशियल फ्रॉड से निपटने को लेकर चर्चा हुई. बता दें कि डीजीजीआई वित्त मंत्रालय के अधीन एक कानून प्रवर्तन एजेंसी है, जिसकी शुरुआत 1979 में हुई थी. यह एजेंसी भारत में टैक्स चोरी से लड़ने का काम करती है.