Credit Card Scam: क्रेडिट कार्ड के कई फायदे होते हैं. लेकिन, क्रेडिट कार्ड के बढ़ते इस्तेमाल के साथ-साथ घोटाले भी तेजी से बढ़ रहे है. 9 अगस्त को दिल्ली-नोएडा एरिया से एक गैंग के चार लोगों को पर क्रेडिट कार्ड की सीमा बढ़ाने का झांसा देकर 200 से ज्यादा लोगों से 5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. 

क्या था स्कैम?

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स्कैमर्स ने लोगों को अपने क्रेडिट कार्ड के डिटेल्स शेयर करने के लिए राजी किया. वे लोगों को ऑपरेशन और बाकी चीजों का हवाला देकर ई-वॉलेट से पैसे ट्रांसफर करवाते थे. रिपोर्ट के मुताबिक, वे पैन और जन्मतिथि जैसे डिटेल्स मांगते थे और उस इंफॉरमेशन का यूज करके व्यक्ति के अकाउंट तक पहुंच जाते थे. 

स्कैमर्स उन पैसों से ऑनलाइन सोना खरीदकर,पॉर्टर सर्विस की मदद से ज्वैलर्स से लेते थे. पुलिस ने ज्वैलर्स के अकाउंट से धोखाधड़ी के पैसा का पता लगाया और पैसों को फ्रीज कर दिया. ऐसे घोटालों के बढ़ने के साथ, यह जरूरी है कि लोग इन फोन कॉल के बारे में सतर्क रहें.

कॉलर आपकी पर्सनल डिटेल कैसे निकलवाता है?

कॉलर खुद को बैंक कर्मचारी बताकर आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट को बढ़ाने का ऑफर देता है. ऐसा करके उसे व्यक्ति का पर्सनल डाटा मिल जाता है, जैसे क्रेडिट कार्ड CVV, OTP और बाकी जानकारियां. ये डाटा आपके अकाउंट से पैसा निकालने के लिए काफी होता है. 

 

कैसे बचा जाए?

 

अगर आपको ऐसा कोई फोन कॉल आता है तो, आप इसपर रिस्पॉन्ड न करें. अपनी कोई भी पर्सनल इन्फॉरमेशन जैसे क्रेडिट कार्ड नंबर, CVV, पासवर्ड या पिन शेयर करने से बचें. ऑनलाइन पर्सनल इन्फॉरमेशन शेयर करते वक्त हमेशा सतर्क रहें. 

कभी भी कोई बैंक कर्मचारी या लेंडर आपका पर्सनल डाटा नहीं मांगता. अगर आपको ऐसा कोई मैसेज या कॉल आता है तो समझ जाइए ये धोखाधड़ी है और तुरंत पुलिस को इसकी जानकारी दें. 

एक छोटी सी लापरवाही आपको जोखिम में डाल सकती है, इसलिए कोई भी पर्सनल डाटा शेयर करते समय अपने आंख कान खोल कर रखें.  

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