सेना के जवान भी करें फाइनेंशियल प्लानिंग, वतन के रखवाले यहां करें निवेश
जवानों के कामकाज में काफी ज्यादा जोखिम शामिल होता है. इसलिए जितना जल्दी संभव, फाइनेंशियल प्लान बनाना सही होता है.
देश की सुरक्षा में जुटे जवानों का ज्यादातर वक्त सीमा पर गुजरता है. ऐसे में अपने भविष्य की प्लानिंग के बारे में सोचने के लिए उन्हें ज्यादा वक्त नहीं मिल पाता. निवेश को लेकर सही जानकारी न होने के चलते भी वे अपने बच्चों और खुद के लिए सही और मजबूत फाइनेंशियल प्लानिंग नहीं कर पाते.
आज 'मनी गुरु' में 'जय जवान का आर्थिक सुरक्षा प्लान' पर चर्चा की जाएगी. जवानों के लिए कौन से आर्थिक प्लान अच्छे हो सकते हैं, इस पर विस्तार से बता रहे हैं 'हम फौजी इनिशिएटिव' के CEO रिटायर्ड कर्नल संजीव गोविला.
फाइनेंशियल प्लानिंग है जरूरी-
फाइनेंशियल प्लानिंग करना सबके लिए जरूरी है.
वतन के रखवालों के लिए भी ये काफी अहम है.
फाइनेंशियल प्लानिंग से वित्तीय प्रबंधन आसान होता है.
जवानों के कामकाज में काफी ज्यादा जोखिम शामिल होता है.
जितना जल्दी संभव, फाइनेंशियल प्लान बनाना सही होता है.
क्यों नहीं बना पाते फाइनेंशियल प्लान-
सेना के जवान दूर-दराज इलाकों में होते हैं तैनात.
घर से दूर परिवार का ख्याल रखने का भी जिम्मा.
पोस्टिंग में भी होता रहता है लगातार बदलाव.
जवानों के बीच वित्तीय जागरूकता भी होती है कम.
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बनाएं फाइनेंशियल प्लान-
जवानों को खुद की नौकरी की सीमाएं समझने की जरूरत.
हमेशा लंबी अवधि के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करें.
सिर्फ लाइफ इंश्योरेंस के सहारे न रहें, अन्य इंश्योरेंस भी लें.
ज्यादातर सेवा कर्मियों को अतिरिक्त लाइफ इंश्योरेंस की नहीं होती जरूरत.
सेना के जवानों को हेल्थ इंश्योरेंस लेने की भी जरूरत नहीं.
प्लानिंग में रखें ध्यान-
फाइनेंशियल प्लानिंग हमेशा लंबी अवधि के लिए करें.
मिस-सेलिंग से बचें, सही निवेश सलाहकार की मदद लें.
लक्ष्यों के मुताबिक सही और अच्छे रिटर्न वाले फंड चुनें.
निवेश की शुरुआत SIP से करना होगा बेहतर.
एकमुश्त रकम आए तो उसे भी निवेश करने के लिए रहें तैयार.
बनाएं पोर्टफोलियो-
जवानों को भी डावयर्सिफाई पोर्टफोलियो बनाने की जरूरत.
पोर्टफोलियो में हर असेट क्लास को शामिल करें.
डेट, इक्विटी, रियल एस्टेट को कर सकते हैं शामिल.
पोर्टफोलियो में सोना भी कर सकते हैं शामिल.
पोर्टफोलियो में 5 से 15% से ज्यादा न हो सोना.
बच्चों के लिए प्लानिंग-
बच्चों की पढ़ाई के लिए SIP शुरू करें.
बच्चों के हायर एजुकेशन के लिए जमा होगा फंड.
बच्चों की सुरक्षा के लिए रिस्क कवर लेना सही.
रिटायरमेंट के लिए ध्यान रखें-
जवानों का अर्निंग पीरियड काफी कम होता है.
ऐसे में लंबी अवधि के लिए प्लानिंग मुश्किल
निवेश की शुरुआत जल्द से जल्द करना सही.
लक्ष्य महंगाई को ध्यान में रख कर ही तैयार करें.
रिटायरमेंट के बाद नौकरी करने का है विकल्प.
सेना में रहने के दौरान भी पैसे बचाना जारी रखें.
जल्द रिटायरमेंट के लिए इक्विटी फंड में SIP शुरू करें.
निवेश के लिए लार्ज कैप या मल्टी कैप फंड का चुनाव करें.
निवेश के लिए एग्रेसिव फंड्स का चुनाव करने से बचें.