आयकर विभाग की अन्वेषण शाखा में फर्जी नोटिस जारी कर पैसा ऐंठने का मामला सामने आया हैँ. आयकर विभाग की जयपुर यूनिट तीन के नाम से जारी फर्जी नोटिस में एक चार्टेंड अकाउंटेंट की भूमिका संदिग्ध है. विभाग ने फर्जी समन जारी करने की पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई है. 

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जानकारी के मुताबिक, आयकर विभाग के यूनिट तीन में नियुक्त आयकर उपनिदेशक मनोज कुमार के नाम के फर्जी समन का इस्तेमाल कर पैसे ठगने का मामला सामने आया है. कारोबारी अभिषेक गोधा को 25 मार्च को एक नोटिस मिला था, जिसमें आयकर विभाग के नाम, फर्जी डिस्पेच नम्बर और सील का इसतेमाल किया गया था. समन को मनीष गोधा ने अपने घर के पास रहने वाले सीए देशनिधि गुप्ता को दिखाया. उन्होंने मामला रफादफा करने के लिए मोटी रकम की मांग की. 

सीए द्वारा ज्यादा पैसे मांगने पर अभिषेक ने एक अन्य सीए अभिनव राजवंशी से संपर्क साधा. अभिनव ने जब यह दस्तावेज आयकर उपनिदेशक मनोज कुमार को दिखाया तो उन्होंने इसे इस कार्यालय से जारी नहीं होना बताया. 

मामले की पूरी तरह जांच की गई तो नोटिस सहित तमाम जानकारियां फर्जी पाई गईं.  

पहला मामला

आयकर विभाग में इस तरह का यह पहला मामला सामने आया है. मामले में कर सलाहकार की भूमिका संदिग्ध मानते हुए विभाग ने एफआईआर अशोक नगर थाने में दर्ज करवाई. अब पुलिस इस मामले में तहकीकात करेगी ओर असली दोषी को सामने लाएगी. 

आयकर विभाग के नाम पर फर्जी छापेमारी, फर्जी अधिकारी बनने के मामले तो पहले भी सामने आते रहे हैं, लेकिन फर्जी नोटिस के जरिए वसूली का यह पहला मामला विभाग विभाग इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रहा हैँ ओर इस तरह के जाली काम कर विभाग की छवि प्रभावित करने वालों पर कड़ा एक्शन ले रहा हैं. 

(जयपुर से अंकित तिवाड़ी की रिपोर्ट)