भारत में नौकरी करने वाले करोड़ों लोग EPFO की सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं. EPFO सब्सक्राइबर्स को सरकार की तरफ से भविष्य निधि, पेंशन और बीमा निधियों के रूप में सामाजिक सुरक्षा के फायदे मिलते हैं. लेकिन, EPFO के तहत सब्सक्राइबर्स को ऐसे भी कई फायदे मिलते हैं, जिनके बारे में ज्यादा लोगों को जानकारी ही नहीं है. बताते चलें कि मेडिकल इमरजेंसी पड़ने पर EPFO सब्सक्राइबर्स को Ilness Advance की सुविधा दी जाती है. आज हम यहां आपको EPFO सब्सक्राइबर्स को मिलने वाले इलनेस एडवांस (Ilness Advance) के बारे में कुछ जरूरी बातें बताएंगे, ताकि आप भी भविष्य में जरूरत पड़ने पर इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं.

किन परिस्थितियों में उठा सकते हैं इलनेस एडवांस का लाभ

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ईपीएफओ की इलनेस एडवांस सुविधा के अंतर्गत सब्सक्राइबर्स अपने साथ-साथ परिवार के किसी सदस्य के इलाज के लिए भी इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं. अगर आप या आपके परिवार का कोई सदस्य एक महीने से ज्यादा समय के लिए अस्पताल में भर्ती होने, किसी बड़े ऑपरेशन या किसी गंभीर बीमारी (टीबी, विकलांगता, कैंसर, मानसिक रोग, हृदय संबंधी रोग) होने की स्थिति में इलनेस एडवांस का फायदा उठा सकते हैं.

इलनेस एडवांस के रूप में कितने रुपये मिल सकते हैं

इलनेस एडवांस के तहत आप 6 महीने की बेसिक सैलरी (महंगाई भत्ता समेत) या ईपीएफ खाते में ब्याज सहित कुल जमा राशि में से जो भी कम हैं, वो राशि एडवांस के रूप में ले सकते हैं. खास बात ये है कि इन पैसों को वापस लौटाने की भी जरूरत नहीं होती है.

फॉर्म 31 भरने के बाद सीधे बैंक अकाउंट में आ जाता है पैसा

ईपीएफओ के तहत इलनेस एडवांस प्राप्त करने के लिए आपको फॉर्म 31 भरना होता है. फॉर्म 31 भरने के बाद आपको किसी भी तरह का प्रमाणपत्र लगाने की भी जरूरत नहीं होती है. इलनेस एडवांस प्राप्त करने के लिए आप ईपीएफओ की वेबसाइट के साथ-साथ उमंग मोबाइल ऐप पर भी अप्लाई कर सकते हैं. वेबसाइट के साथ-साथ उमंग ऐप पर भी ऑनलाइन फॉर्म 31 भरा जा सकता है. फॉर्म 31 भरने के बाद आपके बैंक खाते में राशि ट्रांसफर कर दी जाती है.