EPF Withdrawal: 30 साल बाद आपको भी हो सकता है ₹35 लाख का नुकसान, कहीं ये गलती तो नहीं कर रहे आप?
EPF withdrawal rules: प्रोविडेंट फंड अकाउंस से पैसा निकालने के नियमों को आसान बनाया गया है. लेकिन, यह पैसा आपका रिटायरमेंट फंड है. इसको बार-बार निकालने से आपको बड़ा नुकसान हो सकता है. 30 साल बाद आपके रिटायरमेंट फंड को 35 लाख रुपए तक का नुकसान हो सकता है.
EPF Withdrawal: नौकरी शुरू करते हैं, प्रोविडेंट फंड कटता होगा, फिर भी सेविंग्स जमा होती होगी. लेकिन, इस बीच अगर नौकरी बदली या फिर ऐसी कोई जरूरत पड़ी कि आप EPF से निकासी करते हैं तो ये बड़ी भूल है. हालांकि, इमरजेंसी में विड्रॉल किया जा सकता है. लेकिन, कई लोग इसे सेविंग्स समझकर बीच-बीच में तोड़ देते हैं. मतलब पैसा निकाल लेते हैं. ऐसा करना सही नहीं. क्योंकि, ये एक रिटायरमेंट फंड है. बार-बार EPF अकाउंट से पैसा निकालने से आपका रिटायरमेंट फंड घटता जाता है. आपके लिए यह समझना बहुत जरूरी है कि EPF खाते से पैसा निकलने पर कितना नुकसान हो सकता है.
कितना घट जाएगा Retirement पर मिलने वाला पैसा? (How withdrawal impact Retirement)
EPFO के रिटायर्ड असिस्टेंट कमिश्नर ए.के. शुक्ला के मुताबिक, आपकी उम्र 30 साल है और रिटायरमेंट में 30 साल बचे हैं और आप अपने EPF अकाउंट से 1 लाख रुपए का विड्रॉल किया तो 60 की उम्र में रिटायरमेंट फंड से मिलने वाले अमाउंट में से 11.55 लाख रुपए कम हो जाएंगे.
कितना PF विड्रॉल | 20 साल बाद फंड में कितना अंतर | 30 साल बाद फंड में कितना अंतर |
10 हजार रुपए | 51 हजार रुपए | 1 लाख 16 हजार रुपए |
20 हजार रुपए | 1 लाख 02 हजार रुपए | 2 लाख 31 हजार रुपए |
50 हजार रुपए | 2 लाख 55 हजार रुपए | 5 लाख 58 हजार रुपए |
1 लाख रुपए | 5 लाख 11 हजार रुपए | 11 लाख 55 हजार रुपए |
2 लाख रुपए | 10 लाख 22 हजार रुपए | 23 लाख 11 हजार रुपए |
3 लाख रुपए | 15 लाख 33 हजार रुपए | 34 लाख 67 हजार रुपए |
नोट: गणना (अमाउंट+ब्याज) सिर्फ अनुमान के हिसाब से की गई है.
कब-कब निकालना चाहिए EPF फंड? (Best time for EPF Withdrawal)
ए.के. शुक्ला के मुताबिक, EPF भले ही आपकी सेविंग है, लेकिन यह 60 की उम्र के बाद के लिए है. इसलिए ही इसे रिटायरमेंट फंड (Retirement Fund) कहते हैं. अगर आपके सामने कोई वित्तीय संकट नहीं है या फिर बहुत जरूरी नहीं है तब तक PF का पैसा नहीं निकालना चाहिए. फिलहाल, EPF अकाउंट पर 8.1 फीसदी ब्याज मिल रहा है. FD, RD, स्मॉल सेविंग्स की तुलना में यह सबसे ज्यादा ब्याज है. यही वजह है कि ज्यादा लोग EPF अकाउंट में वॉलेंटरी भी पैसा डालते हैं. EPF में जितना निवेश करेंगे ब्याज ज्यादा होने से उतना ही फायदा मिलेगा. हालांकि, बजट 2021 में अब 2.50 लाख रुपए से ऊपर के निवेश पर मिलना वाला ब्याज टैक्स के दायरे में लाया गया है. लेकिन, फिर भी इसमें निवेश का अपना फायदा है.
EPF डिडक्शन का क्या है नियम? (How much EPF deducted from salary)
EPFO के मुताबिक, नौकरीपेशा की हर महीने की सैलरी से 12 फीसदी राशि PF खाते में जमा की जाती है. इतना ही हिस्सा एम्प्लॉयर की तरफ से भी एम्प्लाई के PF खाते में जमा होता है. EPF अकाउंट में दो हिस्सों में पैसा जमा होता है. पहला PF में जमा होता है और दूसरा हिस्सा पेंशन का होता है. पेंशन में एम्प्लॉयर के कंट्रीब्यूशन का 8.33 फीसदी जमा होता है, इसकी अधिकतम सीमा फिलहाल 1250 रुपए है. PF में जमा पैसे पर कम्पाउंडिंग ब्याज मिलता है. EPFO के नियमों के मुताबिक रिटायरमेंट से पहले भी EPF का पैसा निकाला जा सकता है. लेकिन, इसकी कुछ शर्तें तय की गई हैं.
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