EPF में निवेश करने वाले सब्सक्राइबर्स के लिए गुड न्यूज है. त्योहारी सीजन में उनके लिए बंपर तोहफा आने वाला है. दिवाली से ठीक पहले आपके खाते में ब्याज की रकम जमा कर दी जाएगी. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) जल्द ही 8.1 फीसदी ब्याज जमा करने जा रहा है. रकम सीधे आपका EPF अकाउंट में क्रेडिट होगी. EPFO के केंद्रीय बोर्ड (Central board of trustee) की पिछली बैठक में ब्याज पर फैसला हुआ था. इसके बाद वित्त मंत्रालय ने भी इसे हरी झंडी दिखा दी थी. EPFO के 6.5 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर्स के लिए वित्त वर्ष 2020-21 का ब्याज जारी किया जाएगा. 

नहीं मिलता EPF फंड में पूरे पैसे पर interest का फायदा

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्रोविडेंट फंड अकाउंट (Provident Fund Account) में एम्प्लॉई और एम्प्लॉयर दोनों का कंट्रीब्यूशन जाता है. इसमें बेसिक और डियरनेस अलाउंस (Dearness allowance) मिलाकर 24% हिस्सा डिपॉजिट होता है. हर साल EPF अकाउंट में डिपॉजिट पर सरकार ब्याज (Interest on EPF) देती है. लेकिन, क्या आप जानते हैं EPF अकाउंट में ब्याज का कैलकुलेशन कैसे होता है. आमतौर पर यही समझा जाता है कि प्रोविडेंट फंड में जमा होने वाले पूरे पैसे पर ब्याज मिलता है. लेकिन, ऐसा नहीं है. EPF अकाउंट में जो राशि पेंशन फंड में जाती है, उस पर कोई ब्याज कैलकुलेट नहीं होता.

कैसे होता है EPF में ब्याज का कैलकुलेशन?

हर महीने EPF अकाउंट में जमा होने वाले पैसे यानि मंथली रनिंग बैलेंस के आधार पर ब्याज की गणना होती है. हालांकि, इसे सालाना क्रेडिट किया जाता है. EPFO के नियमों के मुताबिक, वित्त वर्ष की आखिरी तारीख को बैलेंस में से सालभर में अगर कोई विड्रॉल हुआ है तो उसे घटाकर 12 महीने का ब्याज निकाला जाता है. EPFO हमेशा खाते का ओपनिंग और क्लोजिंग बैलेंस लेता है. इसमें मासिक रनिंग बैलेंस को जोड़ा जाता है और ब्याज के रेट/1200 से गुणा कर दिया जाता है.

विड्रॉल से होता है ब्याज का नुकसान

अगर वित्त वर्ष के दौरान कोई राशि निकाली गई है तो ब्याज की रकम साल की शुरुआत से लेकर विड्रॉल के तुरंत पहले वाले महीने की ली जाती है. साल का क्लोजिंग बैलेंस उसका ओपनिंग बैलेंस होगा+कंट्रीब्यूशन-विड्रॉल (अगर है)+ब्याज से पूरी रकम कैलकुलेट होती है.

उदाहरण के तौर पर ऐसे समझिए

बेसिक सैलरी+ डियरनेस अलाउंस (DA) = 30,000 रुपए

कर्मचारी कंट्रीब्यूशन EPF = 12% of 30,000 रुपए = 3,600 रुपए

एम्प्लॉयर कंट्रीब्यूशन EPS (subject to limit of 1,250) = 1,250 रुपए

एम्प्लॉयर कंट्रीब्यूशन EPF = (3,600-1,250) = 2,350 रुपए

कुल मासिक EPF कंट्रीब्यूशन = 3,600 + 2350 = 5,950 रुपए

हर वित्त वर्ष में EPF में कंट्रीब्यूशन पर कैलकुलेशन

अप्रैल में कुल EPF कंट्रीब्यूशन= ₹5,950

EPF पर अप्रैल में ब्याज= Nil (पहले महीने में कोई ब्याज नहीं)

अप्रैल के अंत में EPF अकाउंट बैलेंस= ₹5,950

मई में EPF कंट्रीब्यूशन= ₹5,950

मई के अंत में EPF अकाउंट बैलेंस= ₹11,900

हर महीने के हिसाब से ब्याज की गणना (EPF Interest calculation)= 8.10%/12 = 0.00675%

मई के EPF पर ब्याज की गणना= ₹11,900*0.007083%= 80.32 रुपए

किस फॉर्मूले से होता है कैलकुलेट?

EPF Interest calculation: किसी भी वित्त वर्ष के लिए ब्याज दर सरकार की तरफ से नोटिफाई की जाती है. चालू वित वर्ष खत्म होने पर ब्याज का कैलकुलेशन किया जाता है. साल के हर महीने की आखिरी तारीख को बैलेंस राशि को जोड़कर उस राशि को तय ब्याज दर को भागकर 1200 से गुनाकर ब्याज निकाला जाता है.

How to check EPF Balance?

UAN नंबर से PF के बैलेंस की जानकारी मैसेज के जरिए मिल जाएगी. 

अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से 7738299899 पर EPFOHO लिखकर SMS भेजना होगा.

इसके बाद EPFO की तरफ से मैसेज के जरिए आपको EPF अकाउंट में बैलेंस की जानकारी दी जाएगी. इसमें ब्याज की रकम भी शामिल होती है.

PF बैलेंस की जानकारी अंग्रेजी, पंजाबी, मराठी, हिंदी, कन्नड़, तेलगू, तमिल, मलयालम और बंगाली भाषा में मिलती है.

इस तरह भी चेक कर सकते हैं बैलेंस

पीएफ बैलेंस जांचने के लिए UAN का बैंक अकाउंट, पैन (PAN) और आधार (Aadhaar) से लिंक होना जरूरी है. EPFO की वेबसाइट पर अपनी पासबुक पर बैलेंस चेक कर सकते हैं. अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से 011-22901406 पर मिस्ड कॉल करके भी बैलेंस चेक कर सकते हैं. उमंग ऐप पर भी UAN की मदद से बैलेंस चेक किया जा सकता है.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें