EPF Calculation 2023: ऑर्गनाइज्‍ड सेक्‍टर की कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारियों को भी रिटायरमेंट बेनेफिट मिलता है. यह लाभ इम्‍प्‍लॉइड प्रोविडेंट फंड (EPF) स्‍कीम के जरिए मिलता है. कर्मचारी भविष्‍य निधि संगठन (EPFO) इस स्‍कीम को मैनेज करता है. EPF अकाउंट में इम्‍प्‍लॉई और एम्‍प्‍लायर यानी कंपनी दोनों की तरफ से कंट्रीब्‍यूशन होता है. सरकार की ओर से हर साल ईपीएफ की ब्‍याज दरें तय की जाती हैं. वित्‍त वर्ष 2022-23 के लिए EPF पर सालाना 8.1 फीसदी ब्‍याज मिल रहा है. EPF एक ऐसा अकाउंट है, जिसमें रिटायरमेंट तक धीरे-धीरे बड़ा कॉपर्स बन जाता है. साल 2023 शुरू होने वाला है, अगर आपकी बेसिक सैलरी 10 हजार रुपये और उम्र 25 साल है, तो समझिये कि आप रिटायरमेंट पर कितना फंड बना लेंगे, अगर आपकी सैलरी में हर साल एक निश्चित बढ़ोतरी होती रहे और ब्‍याज दरें एकसमान रहे. 

₹10 हजार बेसिक पर रिटायरमेंट फंड 

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बेसिक सैलरी+DA= 10,000 रुपये 

मौजूदा उम्र= 25 साल

रिटारमेंट उम्र= 58 साल 

इम्‍प्‍लॉई मंथली कंट्रीब्‍यूशन= 12 फीसदी 

एम्‍प्‍लॉयर मंथली कंट्रीब्‍यूशन= 3.67 फीसदी 

EPF पर ब्‍याज दर= 8.1 फीसदी सालाना 

सालाना सैलरी ग्रोथ= 10 फीसदी 

58 साल की उम्र में मैच्‍योरिटी फंड= ₹1.22 करोड़ 

(इम्‍प्‍लॉई कंट्रीब्‍यूशन 35.34 लाख और एम्‍प्‍लॉयर कंट्रीब्‍यूशन 10.81 लाख रुपये रहा. कुल कंट्रीब्‍यूशन 46.15 लाख रुपये रहा.)

EPF अकाउंट में इम्‍प्‍लॉई की बेसिक सैलरी और डियरनेस अलाउंस (महंगाई भत्‍ते) का 12 फीसदी जमा होता है. लेकिन, एम्‍प्‍लॉयर की 12 फीसदी की रकम दो हिस्‍सों में जमा होती है. एम्‍प्‍लॉयर के 12 फीसदी कंट्रीब्‍यूशन में से 8.33 फीसदी रकम इम्‍प्‍लॉई पेंशन अकाउंट (EPS) में जमा होती है और बाकी 3.67 फीसदी रकम ही EPF अकाउंट में जाती है.

10,000 सैलरी से समझें कंट्रीब्‍यूशन

इम्‍प्‍लॉई बेसिक सैलरी + डियरनेस अलाउंस= 10,000 रुपये 

EPF में इम्‍प्‍लॉई कंट्रीब्‍यूशन= 10,000 रु का 12 फीसदी= 1200 रुपये 

EPF में एम्‍प्‍लॉयर का कंट्रीब्‍यूशन= 10,000 रु का 3.67 फीसदी= 367 रुपये 

पेंशन फंड (EPS) में एम्‍प्‍लॉयर का कंट्रीब्‍यूशन= 10,000 रु का 8.33 फीसदी = 833 रुपये 

इस तरह देखें तो पहले साल 10,000 रुपये बेसिक सैलरी वाले इम्‍प्‍लॉई के EPF अकाउंट में कुल मंथली कंट्रीब्‍यूशन 1567 रुपये (1200+367 रुपये) होगा. इसके बाद सालाना आधार पर सैलरी में 10 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ उसी अनुपात में बेसिक और डियरनेस अलाउंस में इजाफा होगा. जिसके साथ-साथ ईपीएफ कंट्रीब्‍यूशन बढ़ता जाएगा. जिन इम्‍प्‍लॉई की बेसिक सैलरी 15,000 रुपये से कम है उनके लिए इस स्‍कीम से जुड़ना अनिवार्य है. ईपीएफ स्‍कीम में मैक्सिमम 58 साल तक ही कंट्रीब्‍यूशन कर सकते हैं. 

(नोट: यह कैलकुलेशन कंट्रीब्‍यूशन के पूरे साल में सालाना ब्‍याज दर 8.10 फीसदी और सैलरी ग्रोथ 10 फीसदी के आधार पर है. यह एक अनुमानित आंकड़ा है. वास्‍तविक फंड इससे अलग हो सकता है.) 

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