EPFO Alert: अगर आप कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी कि EPFO से जुड़े हुए हैं तो आपके लिए बेहद जरूरी खबर है. दरअसल, आज EPFO की बोर्ड बैठक है और इस बोर्ड बैठक में PSU और प्राइवेट कंपनियों में निवेश के नए नियमों के साथ इक्विटी निवेश की सीमा बढ़ाने पर फैसला लिया जा सकता है. आज की बोर्ड बैठक में  EPFO अपनी इक्विटी निवेश की सीमा को 15 परसेंट से बढ़ाकर 25 परसेंट करने पर मुहर लगा सकता है. अगर ऐसा संभव हो जाता है तो इस फैसले के बाद से EPFO के करोड़ों सब्सक्राइबर्स को फायदा मिलेगा. 

15 से 25 फीसदी हो सकती है सीमा

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बता दें कि अभी EPFO की 15% इक्विटी में तो बाकी 85 फीसदी रकम डेट में निवेश होती है लेकिन ईपीएफओ चरणबद्ध तरीके से 15 से 20 परसेंट और फिर 20 से 25 परसेंट की निवेश सीमा को तय करने जा रहा है.

 

मौजूदा समय में अभी सभी डेट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश पर 7 से 8 फीसदी तक ही ब्याज मिल पा रहा है इसलिए वित्‍तवर्ष 2022 के लिए PF पर मिलने वाली ब्‍याज दर 40 साल में सबसे कम यानी 8.1 परसेंट है. लेकिन इक्विटी निवेश में रिटर्न 14% तक है इसलिए इक्विटी में हिस्सा बढ़ने से करोड़ों सब्सक्राइबर्स को भी बेहतर ब्याज का फायदा मिलेगा.   

G sec और बॉन्ड्स में ज्यादा रिटर्न नहीं

बता दें कि सरकारी सिक्योरिटीज और बॉन्ड्स में अधिकतम 8 फीसदी तक की है ब्याज दर मिलती है. इक्विटी निवेश बढ़ने से सब्सक्राइबर्स को ज्यादा ब्याज मिलेगा. अच्छे रिटर्न पर निवेश नहीं होने पर EPFO ज्यादा ब्याज नहीं पाता है, इसलिए अभी तक ईपीएफओ में मिलने वाला ब्याज 40 साल में सबसे कम है. 

अगस्त 2015 से इक्विटी ETF में निवेश

लंबे वक्त से CBT मेंबर्स इक्विटी निवेश की सीमा बढ़ाने की बात कर रहे हैं. अभी 15% इक्विटी में तो बाकी रकम डेट में निवेश होता है. FY22 में पीएफ पर मिलने वाली ब्‍याज दर 40 साल में सबसे कम 8.1% है. बता दें कि देश में EPFO के 7 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं.