5 मार्च को आपके PF पर हो सकता है बड़ा फैसला, EPFO दे सकता है 'अच्छी खबर'
कर्मचारी भविष्य निधि संगंठन (EPFO) जल्द ही मौजूदा वित्त वर्ष के लिए ब्याज दरों का ऐलान कर सकता है. खास बात यह है कि इस वर्ष भी ब्याज दरों में कोई कटौती नहीं की जाएगी.
प्रोविडेंट फंड (Provident fund) खाताधारकों के लिए अच्छी खबर आ रही है. कर्मचारी भविष्य निधि संगंठन (EPFO) जल्द ही मौजूदा वित्त वर्ष के लिए ब्याज दरों का ऐलान कर सकता है. खास बात यह है कि इस वर्ष भी ब्याज दरों में कोई कटौती नहीं की जाएगी. पिछले वित्त वर्ष की तरह इस बार भी आपके PF खाते पर 8.65 फीसदी की दर से ब्याज दिया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक, फिलहाल इस बात पर विचार हो रहा है कि ब्याज दर को 8.65 फीसदी पर बरकरार रखा जाए. ब्याज दर पर जो भी फैसला होना है, वो 5 मार्च को हो सकता है.
CBT की बैठक में हो सकता है फैसला
EPFO के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (CBT) की 5 मार्च को बैठक होनी है. बैठक में EPF पर मिलने वाले ब्याज पर विचार हो सकता है. सूत्रों के मुताबिक, बैठक में ब्याज दर को बरकार रखा जा सकता है. खुद श्रम मंत्री भी इस पक्ष में हैं कि वित्त वर्ष 2019-20 के लिए EPF पर ब्याज को 8.65 फीसदी ही रखा जा सकता है. श्रम मंत्रालय इस बात पर विचार कर रहा है कि प्रॉविडेंट फंड डिपॉजिट्स पर ब्याज दर को 8.65 फीसदी रखा जाए. हालांकि, पहले आशंका थी कि EPFO इस बार ब्याज दरों में कटौती कर सकता है.
क्यों नहीं है बदलाव की आशंका
सूत्रों ने मुताबिक, 5 मार्च को होने वाली CBT बैठक के एजेंडे को अभी तय नहीं किया गया है. न्यूज एजेंसी PTI की खबर के मुताबिक, मौजूदा वित्त वर्ष के लिए EPFO की कुल इनकम प्रोजेक्शन का अनुमान लगाना मुश्किल है. इसलिए नई ब्याज दर तय करना संगठन के लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है. यही वजह है कि पिछले वित्त वर्ष की तरह ब्याज दर को बरकरार रखने पर विचार हो रहा है.
स्मॉल सेविंग स्कीम्स के बराबर हो सकता है ब्याज
लंबे समय से वित्त मंत्रालय, श्रम मंत्रालय को इस बात के लिए मनाने की कोशिश कर रहा है कि EPF ब्याज दर को स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स (Small Saving Schemes) के समान ही रखा जाए. स्मॉल सेविंग स्कीम्स में पब्लिक प्रोविडेंट फंड समेत अन्य पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम्स होता है.
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कब कितनी रही EPF ब्याज दर
वित्त वर्ष 2013-14 और 2014-15 में 8.75 फीसदी रहा था.
वित्त वर्ष 2015-16 के लिए यह 8.8 फीसदी था.
वित्त वर्ष 2016-17 के लिए ब्याज दर 8.65 फीसदी.
वित्त वर्ष 2017-18 के लिए 8.55 फीसदी रहा था.
वित्त वर्ष 2018-19 के लिए 8.65 फीसदी रहा था.