EPF Calculation: प्राइवेट सेक्‍टर के वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए इम्‍प्‍लॉइड प्रोविडेंट फंड (EPF) एक रिटायरमेंट बेनेफिट स्‍कीम है. कर्मचारी भविष्‍य निधि संगठन (EPFO) इसे मैनेज करता है. ईपीएफ अकाउंट में इम्‍प्‍लॉई और एम्‍प्‍लायर यानी कंपनी दोनों की तरफ से कंट्रीब्‍यूशन होता है. यह कंट्रीब्‍यूशन बेसिक सैलरी प्‍लस डियरनेस अलाउंस का 12-12 फीसदी होता है. सरकार की ओर से हर साल ईपीएफ की ब्‍याज दरें तय की जाती हैं. अभी 8.1 फीसदी सालाना ब्‍याज (FY23) है. EPF एक ऐसा अकाउंट है, जिसमें रिटायरमेंट तक धीरे-धीरे बड़ा कॉपर्स बन जाता है.

₹15,000 बेसिक सैलरी पर रिटायरमेंट फंड 

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मान लीजिए, आपकी बेसिक सैलरी और डियरनेस अलाउंस मिलकार 15,000 रुपये है. आपकी उम्र 21 साल है, तो ईपीएफ के जरिए रिटायरमेंट तक यानी 58 साल की उम्र तक आपके पास 1.26 करोड़ रुपये रिटायरमेंट फंड (EPF Corpus) तैयार हो सकता है. इसमें शर्त यह होगी कि ईपीएफ पर मिलने वाला ब्‍याज रिटायरमेंट तक 8.1 फीसदी और सालाना सैलरी ग्रोथ 5 फीसदी बनी रहे. इसमें बदलाव पर रिटायरमेंट कॉपर्स में बदलाव हो सकता है. ईपीएफ स्‍कीम में मैक्सिमम 58 साल तक कंट्रीब्‍यूशन कर सकते हैं.

EPF कैलकुलेशन देखिए 

बेसिक सैलरी+DA= ₹15,000

मौजूदा उम्र= 21 साल 

रिटारमेंट उम्र= 58 साल 

इम्‍प्‍लॉई मंथली कंट्रीब्‍यूशन= 12 फीसदी 

एम्‍प्‍लॉयर मंथली कंट्रीब्‍यूशन= 3.67 फीसदी 

EPF पर ब्‍याज दर= 8.10% सालाना 

सालाना सैलरी ग्रोथ= 5 फीसदी 

58 साल की उम्र में मैच्‍योरिटी फंड= 1.26 करोड़ (इम्‍प्‍लॉई कंट्रीब्‍यूशन 23.26 लाख और एम्‍प्‍लॉयर कंट्रीब्‍यूशन 7.11 लाख रुपये रहा. यानी, कुछ कंट्रीब्‍यूशन 30.38 लाख रुपये रहा.)

 

(नोट: कंट्रीब्‍यूशन के पूरे साल में सालाना ब्‍याज दर 8.1 फीसदी और सैलरी ग्रोथ 5 फीसदी ली गई है.)

एम्‍प्‍लॉयर का पूरा 12%EPF में नहीं जाता 

ईपीएफ अकाउंट में इम्‍प्‍लॉई की बेसिक सैलरी और डियरनेस अलाउंस (महंगाई भत्‍ते) का 12 फीसदी जमा होता है. लेकिन, एम्‍प्‍लॉयर की 12 फीसदी की रकम दो हिस्‍सों में जमा होती है. एम्‍प्‍लॉयर के 12 फीसदी कंट्रीब्‍यूशन में से 8.33 फीसदी रकम इम्‍प्‍लॉई पेंशन अकाउंट में जमा होती है और शेष 3.67 फीसदी रकम ही ईपीएफ अकाउंट में जाती है.

₹15,000 सैलरी से समझें कंट्रीब्‍यूशन 

इम्‍प्‍लॉई बेसिक सैलरी + डियरनेस अलाउंस= ₹15,000 

EPF में इम्‍प्‍लॉई कंट्रीब्‍यूशन= ₹15,000 का 12%= ₹1800 

EPF में एम्‍प्‍लॉयर का कंट्रीब्‍यूशन= ₹15,000 का 3.67%= ₹550.5 

पेंशन फंड (EPS) में एम्‍प्‍लॉयर का कंट्रीब्‍यूशन= ₹15,000 का 8.33%= ₹1249.5 

इस तरह, देखें तो पहले साल 15,000 रुपये बेसिक सैलरी वाले इम्‍प्‍लॉई के EPF अकाउंट में कुल मंथली कंट्रीब्‍यूशन 2350 रुपये (1800+550 रुपये) होगा. इसके बाद सालाना आधार पर सैलरी में 5 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ उसी अनुपात में बेसिक और डियरनेस अलाउंस में इजाफा होगा. जिसके साथ-साथ ईपीएफ कंट्रीब्‍यूशन बढ़ता जाएगा. जिन इम्‍प्‍लॉई की बेसिक सैलरी 15,000 रुपये से कम है उनके लिए इस स्‍कीम से जुड़ना अनिवार्य है. 

(नोट: EPF कंट्रीब्‍यूशन के जरिए रिटायरमेंट फंड का यह एक आंकड़ा फिक्‍स ब्‍याज दर, सैलरी ग्रोथ और कर्मचारी व कंपनी के कंट्रीब्‍यूशन पर लिया गया है. यह एक अनुमान के लिए है. आंकड़ों में बदलाव होने पर कॉपर्स में अंतर आ सकता है.)