आपकी कंपनी आपके PF अकाउंट में पैसे डाल रही है या नहीं, कैसे पता चलेगा? जानें तरीका
आपकी कंपनी हर महीने आपकी सैलरी से एक निश्चित अमाउंट काटकर पीएफ का पैसा जमा कराती है और इसपर आपको सालाना ब्याज मिलता है
EPF Balance Check Steps: नौकरीपेशा लोगों के अकाउंट से हर महीने इंप्लॉई प्रोविडेंट फंड के लिए पैसे कटते हैं. आमतौर पर रिटायरमेंट कॉर्पस के लिए ये आपका सबसे पहला कदम होता है. आपकी कंपनी हर महीने आपकी सैलरी से एक निश्चित अमाउंट काटकर पीएफ का पैसा जमा कराती है और इसपर आपको सालाना ब्याज मिलता है.
कैसे कटता है ईपीएफ का पैसा?
किसी भी कर्मचारी की बेसिक-पे और DA का 12% हिस्सा PF अकाउंट में जमा होता है. कंपनी की तरफ से भी कर्मचारी के पीएफ अकाउंट में 12% योगदान जमा होता है. कंपनी वाले कॉन्ट्रीब्यूशन में से 3.67 फीसदी EPF खाते में क्रेडिट होता है. वहीं, 8.33 फीसदी पैसा पेंशन स्कीम (Pension Scheme) में जमा होता है.
कैसे पता चलेगा पैसे जमा हो रहे हैं या नहीं?
लेकिन होता ये है कि हम महीनों-महीनों तक ये चेक नहीं करते कि हमारे पीएफ अकाउंट में कितना पैसा जमा हो चुका है. वो तो छोड़िए, हम जल्दी EPFO की साइट पर जाकर लॉगइन तक नहीं करते. ऐसे में ये कैसे पता चलेगा कि आपकी कंपनी ईपीएफ के पैसे जमा कर रही है या नहीं? आपके पैसे नियमित तौर पर जमा हो रहे हैं या नहीं, इसकी जानकारी या तो आपको SMS के जरिए मिल जाती है या फिर आपको कुछ तरीकों से चेक करना होता है.
कैसे चेक कर सकते हैं कंपनी की ओर से पैसे जमा हुए हैं या नहीं?
आपको इसके लिए अपने ईपीएफ अकाउंट का पासबुक चेक करना होगा. आपके पासबुक में डीटेल होगी कि कब कितना पैसा जमा हुआ है. इसे आप EPFO Portal पर जाकर चेक कर सकते हैं, इसके लिए नीचे स्टेप्स बताए गए हैं-
EPFO Portal पर कैसे चेक करें पासबुक
स्टेप 1- सबसे पहले आपको EPFO Portal https://www.epfindia.gov.in/site_en/index.php पर जाएं. इसके लिए आपके पास अपना UAN (Universal Account Number) एक्टिवेटेड होना चाहिए.
स्टेप 2- साइट ओपन होने पर 'Our Services' टैब पर जाएं फिर ड्रॉप-डाउन मेन्यू ‘for employees’ को सेलेक्ट करें.
स्टेप 3- सर्विस कॉलम के नीचे 'member passbook' पर क्लिक करें.
स्टेप 4- अगले पेज पर आपको अपना UAN और Password डालना होगा. कैप्चा डालकर लॉग इन करें.
स्टेप 5- लॉगिंग के बाद मेंबर ID डालें. इसके बाद आपका EPF Balance दिख जाएगा. इसमें आपको अकाउंट बैलेंस के साथ सभी डिपॉजिट्स की डीटेल, इस्टैब्लिशमेंट आईडी, मेंबर आईडी, ऑफिस का नाम, इंप्लॉई शेयर और इंप्लॉयर का शेयर की जानकारी भी होती है.