Employee Pension Scheme: ज्यादा पेंशन से घटेगी टेंशन, जानिए EPFO के नए नियम से कैसे बढ़ेगी पेंशन, किसे होगा फायदा
Employee Pension Scheme: ईपीएफओ (EPFO) के नए नियम से आपको ज्यादा पेंशन का फायदा मिल सकता है. आइए जानते हैं इस बारे में सबकुछ.
Employee Pension Scheme: अब आपको अपने कर्मचारी पेंशन स्कीम के खाते से ज्यादा पेंशन का फायदा मिल सकता है. इसके लिए समझना होगा कि कैसे आप EPFO के नए नियम से अपने पेंशन में बढ़ोतरी कर सकते हैं. क्या इसके अलावा और भी कोई ऑप्शन है, जिससे आप अपने पेंशन को बढ़ा सकते हैं. इसके लिए आपको EPFO के पेंशन का पूरा फॉर्मूला समझना होगा. इसके लिए हमारे साथ हैं फिनसेफ के फाउंडर मृन अग्रवाल और Amitkukreja.com के फाउंडर अमित कुकरेजा
EPS-क्या है?
- नौकरीपेशा लोगों के लिए पेंशन स्कीम
- हर महीने आय का कुछ हिस्सा EPFO में जमा होता है
- प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों के लिए पेंशन का फायदा
- EPS-95 स्कीम 1995 में लागू हुई थी
EPS-कैसे मिलता है फायदा?
- पेंशन धारक की अकाल मृत्यु पर परिवार को पेंशन
- परिवार नहीं तो पेंशन का लाभ नॉमिनी को मिलता है
- नौकरी के 10 साल पूरा होने पर मिलता है लाभ
- 10 साल पूरा होने पर रकम PF खाते से निकाल सकते हैं
EPF- हर महीने कितना योगदान?
- EPF में कर्मचारी योगदान- 12% बेसिक आय+DA
- 12% का ही योगदान इम्प्लॉयर की तरफ से
- हर महीने कुल 24% का योगदान EPF खाते में
- इम्प्लॉयर के 12% योगदान में 8.33% EPS में जाता है
- EPS- इम्प्लॉयी पेंशन स्कीम
- 12% का 3.67% कर्मचारी के EPF खाते में जाता है
EPS योगदान- मौजूदा नियम
- ₹15000 बेसिक आय पर पेंशन की गणना
- पेंशन योग्य आय कैप ₹15000/महीना तय
- ₹15000 की आय से ₹1250 हर महीने EPS खाते में
- इम्प्लॉयर के योगदान का 8.33% हिस्सा कर्मचारी के पेंशन फंड में
EPS योगदान- क्या हैं नए बदलाव?
- कितनी भी बेसिक आय का 8.33% EPS में दे सकते हैं
- मौजूदा आय+DA के आधार पर EPS खाते में योगदान
- सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले में बदले नियम
- अब पेंशन पाने के लिए ₹15,000 की कैपिंग का नियम खत्म
ज्यादा पेंशन- कौन हैं योग्य?
- 1 सितंबर 2014 से पहले EPS के मेंबर फायदा ले सकते हैं
- EPF में 2014 से लगातार योगदान दे रहे हों
- EPF में 15000 मासिक आय तक ही योगदान देने वाले योग्य नहीं
EPS-कैसे मिलेगी मासिक आय ₹40 हजार पेंशन?
- मौजूदा नियम के अनुसार ₹15000 की आय पर होगी गणना
- ₹15000 के 8.33% यानि ₹1250 हर महीना EPS में जाएगा
- नए नियम के अनुसार 40,000 हजार की आय पर होगी गणना
- ज्यादा पेंशन नियम के तहत EPF में ₹1468, EPS में ₹3332 जमा
ज्यादा पेंशन की गणना
- कार्यकाल- 35 साल
- मौजूदा नियम- (15000*35)/70= 7500/महीना
- नया नियम- (40000*35)/70=20,000/महीना
EPS-ज्यादा पेंशन के फायदे
- रिटायर होने पर अधिक पेंशन का लाभ
- ज्यादा बेसिक आय होने पर ज्यादा फायदा
- रिटायरमेंट के बाद सोशल सिक्योरिटी मजबूत होगी
ज्यादा पेंशन-चुनें या नहीं?
- पेंशन पर लगता है टैक्स
- एक बार नई व्यवस्था चुनने पर वापस जाने का विकल्प नहीं
- पेंशन धारक की मृत्यु पर परिवार को सिर्फ 50% पेंशन
पेंशन पाने के अन्य विकल्प
- NPS- पेंशन पाने का बेहतरीन विकल्प
- NPS-नेशनल पेंशन स्कीम
- सैलेरी का 10% योगदान टैक्स फ्री
- सरकारी कर्मचारी को 14% योगदान पर छूट
- इम्प्लॉयर के योगदान पर 80CCD छूट
- कर्मचारी को ₹1.5 लाख तक योगदान में 80C लाभ
- 80CCD के तहत अतिरिक्त ₹50 हजार की छूट
- रिटायरमेंट पर कॉर्पस का 60% हिस्सा निकालना संभव
- 60% निकासी टैक्स फ्री, बाकी एन्युटी में निवेश
- NRI भी कर सकते हैं निवेश
एन्युटी प्लान
- रिटायरमेंट में नियमित आमदनी सुनिश्चित होती है
- एन्युटी नियमित आमदनी का एक तरह का इंश्योरेंस उत्पाद
- आमतौर पर एन्युटी जीवन बीमा या पेंशन का भुगतान होता है
- व्यक्ति को किस्तों में या एकमुश्त रकम मिलती है
- बुढ़ापे में अपनी जमा रकम खोने का डर खत्म हो जाता है
- पॉलिसी लेने वाला व्यक्ति एकमुश्त भुगतान करता है
- जरूरत के अनुसार कुछ रकम तुरंत या किस्तों में मिलती है
एन्युटी प्लान-कितनी तरह की?
- दो तरह की एन्युटी होती है
- एक -इमीडिएट एन्युटी, दूसरी-डेफर्ड एन्युटी
- डेफर्ड एन्युटी प्लान- एकमुश्त राशि का निवेश
- डेफर्ड एन्युटी- रिटायरमेंट पर मासिक पेंशन
- इमीडिएट एन्युटी में निवेश के तुरंत बाद भुगतान शुरू
- इमीडिएट एन्युटी-रिटायरमेंट के करीब, तो अच्छा विकल्प
- डेफर्ड को इमीडिएट एन्युटी में बदलवा सकते हैं
- एन्युटी पर पॉलिसीधारक को कोई टैक्स बेनिफिट नहीं
पेंशन प्लान के फायदे
- कम जोखिम,रेगुलर आय का अच्छा विकल्प
- उम्रभर तय दर पर पेंशन
- जल्दी शुरूआत करने पर देना होगा कम प्रीमियम
- किसी भी उम्र से कर सकते हैं शुरूआत
- मृत्यु पर नॉमिनी को निवेश की पूरी रकम
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