EPFO के दायरे में आने वाले कर्मचारियों (Employee) और पेंशनभोगियों (Pensioner) ने न्यूनतम पेंशन (Pension) 7,500 रुपये करने की मांग की है. राष्ट्रीय संघर्ष समिति (NAC) ने इस डिमांड को पूरा करने के लिए पूरे देश में आंदोलन करने का फैसला किया है. NAC के सदस्‍यों ने कहा कि संगठन में शामिल पेंशनभोगी दिल्ली में अगले महीने रास्ता रोको अभियान चलाएंगे. 

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NAC के राष्ट्रीय संयोजक और अध्यक्ष अशोक राउत के मुताबिक कर्मचारियों को रिटायरमेंट बाद पेंशन के रूप में अधिकतम 2,500 रुपये ही मिल रहे हैं. NAC कर्मचारी पेंशन योजना (EPS)-95 के दायरे में आने वाले कामगारों के लिए न्‍यूनतम पेंशन के रूप में 7,500 रुपये के साथ महंगाई भत्ता, कर्मचारियों के पति/पत्नी को मुफ्त चिकित्सा सुविधा देने समेत कई मांग कर रही है. 

संगठन ने पेंशन पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करने और EPS 95 के दायरे में नहीं आने वाले रिटायर कर्मचारियों को भी 5,000 रुपये मासिक पेंशन देने की मांग की है. राउत ने कहा कि पेंशनभोगियों ने दिल्ली में 7 दिसंबर से रास्ता रोको आंदोलन शुरू करने का फैसला किया है. 

संगठन के मुताबिक पेंशनभोगी 1 नवंबर से 10 नवंबर तक गांव से लेकर राज्य स्तर पर आंदोलन कर रहे हैं. 4 से 6 दिसंबर तक वे दिल्ली में आंदोलन करेंगे. मांगें नहीं मांनने पर वे 7 दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में रास्ता रोको आंदोलन शुरू करेंगे. समिति का दावा है कि करीब 65 लाख ईपीएस पेंशनभोगी उनके साथ जुड़े हैं.

आपको बता दें कि EPS-95 के तहत आने वाले कर्मचारियों को उनके मूल वेतन का 12 प्रतिशत हिस्सा भविष्य निधि में जाता है. वहीं इम्‍प्‍लॉयर के 12 प्रतिशत हिस्से में से 8.33 प्रतिशत कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) में जाता है. इसके अलावा पेंशन कोष में सरकार भी 1.16 प्रतिशत का योगदान करती है.