Education Loan के लिए ये बैंक हैं बेस्ट, सस्ती दरों पर दे रहे हैं पढ़ाई के लिए कर्ज
Education Loan: जानिए, किस बैंक का एजुकेशन लोन है सबसे सस्ता और क्या है इसके आवेदन की प्रक्रिया
हायर एजुकेशन या प्रोफेशनल कोर्स के लिए Education Loan (एजुकेशन लोन) लेने में कोई बुराई नहीं है. इसका दोहरा फायदा होता है. एक तो आप अपनी उच्च शिक्षा के लिए पर्याप्त पैसे पाते हैं दूसरा इसके रीपेमेंट पर आपको इनकम टैक्स का फायदा भी मिलता है. एक तरफ जहां विभिन्न सरकारी और प्राइवेट बैंक आपको एजुकेशन लोन उपलब्ध कराते हैं वहीं कुछ गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (NBFC) भी आपको पढाई के लिए कर्ज देते हैं. आज हम जानेंगे कि किस बैंक का एजुकेशन लोन सबसे सस्ता है और इसके लिए किन दस्तावेजों की जरूयत होती है.
इन बैंकों का एजुकेशन लोन है सस्ता
लोन की तुलना करने वाली वेबसाइट myloancare.in के अनुसार, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और इंडियन बैंक देश में पढ़ाई के लिए सबसे सस्ती दरों पर एजुकेशन लोन उपलब्ध करा रहे हैं. आइए जानते हैं कि किस बैंक के एजुकेशन की न्यूनतम ब्याज दरें कितनी हैं.
बैंक | ब्याज दर |
SBI | 8.60% |
इंडियन बैंक | 8.60% |
PNB | 8.95% |
IDBI Bank | 9.50% |
बैंक ऑफ इंडिया | 9.85% |
केनरा बैंक | 9.95% |
एजुकेशन लोन लेने की प्रक्रिया
विद्यार्थी या उनके माता-पिता बच्चों के ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन या फिर प्रोफेशनल कोर्स के लिए बैंकों से एजुकेशन लोन ले सकते हैं. यहां शर्त होती है कि शिक्षण संस्थान सरकार से मान्यता प्राप्त होनी चाहिए. जिस बैंक में आपका पहले से ही खाता है वहां से एजुकेशन लोन लेना आपके लिए आसान हो सकता है. एजुकेशन लोन के अंतर्गत कॉलेज, हॉस्टल, लाइब्रेरी, पढ़ाई के लिए कंप्यूटर की खरीदारी के साथ-साथ इंटरनेशनल एजुकेशन के मामले में आने-जाने के खर्च को भी शामिल किया जाता है.
एलिजिबिलिटी और जरूरी दस्तावेज
भारतीय नागरिक ही बैंकों से एजुकेशन लोन ले सकते हैं. आवेदक की उम्र 16 से 35 वर्ष होनी चाहिए. लोन की रकम सह-आवेदक की आय के आधार पर आंकी जाती है. विभिन्न बैंक एजुकेशन लोन के लिए अलग-अलग दस्तावेजों की मांग करते हैं लेकिन आम तौर पर पिछली परीक्षा की मार्क्स शीट, प्रवेश या स्कॉलरशिप से जुड़े कागजात, कोर्स के विभिन्न चरणों में होने वाले खर्च का लेखा-जोखा, पिछले छह महीने का बैंक स्टेटमेंट, पिछले दो साल का इनकम टैक्स रिटर्न (माता- पिता या सह आवेदक का) और सह-आवेदक के एसेट्स और देनदारियों से जुड़े दस्तावेज बैंकों को देना होता है. इसके अलावा, आप जिस बैंक से लोन लेना चाहते हैं और उसके ग्राहक नहीं हैं तो रेजीडेंस प्रूफ और आईडी प्रूफ की भी जरूरत होती है.