वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. क्रेडिट, डेबिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग फ्रॉड के मामलों में पिछले कुछ समय में लगातार बढ़ोतरी हुई है. अक्टूबर-दिसंबर 2019 में कुल 21 हजार मामले सामने आए. ATM/डेबिट कार्ड ट्रांजेक्शंस के जरिए सबसे ज्यादा फ्रॉड देखने को मिले हैं. इन फ्रॉड की वजह से अक्टूबर-दिसंबर 2019 तक `129 करोड़ का नुकसान हो चुका है. ज़ी बिज़नेस के शो मनी गुरु में लोनटैप के CEO सत्यम कुमार और साइबर क्राइम एक्सपर्ट रितेश भाटिया ने समझाया कि कैसे इन फ्रॉड से बचा जा सकता है और क्या ध्यान रखना चाहिए.

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कहां-कहां डिजिटल धोखा

  • क्रेडिट कार्ड
  • डेबिट/ATM कार्ड
  • इंटरनेट बैंकिंग'
  • UPI

कैसे होती है क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी ?

  • स्किमिंग
  • फिशिंग
  • कार्ड क्लोनिंग

क्या है एटीएम स्किमिंग?

  • डेबिट कार्ड की जानकारी की चोरी होती है.
  • एक छोटी सी डिवाइस का इस्तेमाल होता है.
  • इस डिवाइस को स्किमर कहते हैं.
  • स्किमर से एटीएम ट्रांजेक्शन के दौरान कार्ड की जानकारी चुरी ली जाती है.
  • कार्ड को मशीन में स्वाइप करते ही स्किमर जानकारी चुरा लेता है.
  • एटीएम कार्ड स्वाइप करने वाले सिस्टम पर स्किमर बैठा देते हैं.
  • जालसाज कार्ड यूजर के एटीएम पिन का पता लगाते हैं.
  • एटीएम के अंदर कैमरा लगाकर या बैंक के कैमरे को हैक कर लेते हैं.
  • जानकारी ऑनलाइन खरीदारी या क्लोन कार्ड बनाने के लिए करते हैं.

एटीएम स्किमिंग से कैसे बचें?

  • एटीएम पिन को दर्ज करें तो उसे ढंक लें.
  • मशीन पर कार्ड रीडर ढीला लगा हुआ तो इस्तेमाल न करें.
  • बैंक ट्रांजेक्शन की तुरंत जानकारी SMS पर लें.
  • संदेहास्पद ट्रांसैक्शन की जानकारी बैंक, पुलिस के दें.

फिशिंग के ज़रिए

  • स्पैम मेल के जरिये जानकारी चुराने की कोशिश है ये.
  • ई-मेल के ज़रिए क्रेडिट कार्ड की डिटेल पूछी जाती है.
  • ई-मेल पर दिया लिंक नकली वेबसाइट पर ले जाता है.
  • वेबसाइट बिल्कुल असली वेबसाइट जैसी दिखती है.
  • यहां आपको अपनी डिटेल भरनी होती है.
  • डिटेल भरते ही क्रेडिट कार्ड से पैसे चोरी हो जाते हैं.

फिशिंग से कैसे बचें?

  • https वाली वेबसाइट पर ही ट्रांजैक्शन करें.
  • https वाली वेबसाइट ज़्यादा सिक्योर्ड.
  • ज़रूरत से ज़्यादा क्रेडिट लिमिट नहीं रखें.
  • क्रेडिट लिमिट कम होने पर फ्रॉड पर नुकसान कम.
  • नियमित अपने कार्ड की स्टेटमेंट देखते रहें.
  • भुगतान, पेमेंट, पासवर्ड चेंज पर SMS अलर्ट सुविधा लें.
  • 3 से 6 महीने पर अपने कार्ड का पिन ज़रूर बदलें.
  • पिन नंबर या नेट बैंकिंग पासवर्ड किसी को नहीं बताएं.
  • होटल, रेस्त्रां, पेट्रोल पंप पर अपने सामने कार्ड स्वाइप करें.
  • क्रेडिट कार्ड का पासवर्ड किसी को भी नहीं बताएं.

कार्ड क्लोनिंग

  • कार्ड क्लोन करने के लिए स्कैनिंग स्लॉट वाली डिवाइस का इस्तेमाल.
  • मशीन दिखने में PoS मशीनों की जैसी होती है.
  • जालसाज डिवाइस के जरिए ग्राहकों के क्रेडिट-डेबिट कार्ड स्वाइप करते हैं.
  • क्लोन कार्ड से भी अकाउंट से लेनदेन की जा सकती है.

क्लोनिंग से कैसे बचें?

  • कार्ड को हमेशा अपनी आंखों के सामने स्वाइप कराएं.
  • धोखाधड़ी होने पर तुरंत करें शिकायत.
  • कस्टमर केयर को फोन करके, बैंक जाकर कार्ड को ब्लॉक कराएं.
  • पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं.
  • समस्या का समाधान न होने पर आरबीआई बैंक के लोकपाल को शिकायत करें.

इंटरनेट बैंकिंग फ्रॉड

  • पब्लिक कम्प्यूटर पर ट्रांसैक्शन न करें.
  • पब्लिक WIFI पर ऑनलाइन पेमेंट न करें.
  • पेमेंट के दौरान हमेशा OTP ऑप्शन का इस्तेमाल करें.
  • कभी किसी से CVV नंबर शेयर नहीं करें.
  • CVV नंबर के बिना ऑनलाइन पेमेंट संभव नहीं.
  • CVV:  Card Verification Value
  • ऑनलाइन शॉपिंग के पेमेंट के दौरान डिटेल सेव नहीं करें.

फ्रॉड होने पर क्या करें?

  • RBI के क्रेडिट कार्ड पर थर्ड पार्टी फ्रॉड के नियम तय.
  • 3 दिन के अंदर बैंक को किसी भी फ्रॉड ट्रांसैक्शन की जानकारी दें.
  • इस स्थिति में आपको कोई पेमेंट नहीं करनी पड़ेगी.
  • 7 दिन के अंदर फ्रॉड ट्रांसैक्शन की जानकारी देने पर अलग नियम.
  • ट्रांसैक्शन वैल्यू या सेंट्रल बैंक के द्वारा तय राशि में से एक मिलेगी.
  • अगर कार्ड से फ्रॉड ट्रांसैक्शन हुआ तो कार्ड ब्लॉक करें.
  • अपने बैंक से जरूर संपर्क करें.
  • विवाद का निपटारा भी 90 दिनों में हो जाना चाहिए.

क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल जरा ध्यान से!

  • कार्ड से गैरजरूरी शॉपिंग से बचें.
  • इस्तेमाल का हिसाब रखना जरूरी.
  • लिमिट से ज्यादा खर्च न करें.
  • क्रेडिट लिमिट क्रॉस करने पर एडिशनल फीस.
  • क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो बढ़ने का असर क्रेडिट स्कोर पर.
  • कार्ड के बेतहाशा इस्तेमाल में डेट ट्रैप में फंस सकते हैं.

क्रेडिट कार्ड गलत इस्तेमाल का असर

  • भारी ब्याज और यहां तक ​​कि ‘डेट ट्रैप’ में फंसना.
  • CIBIL स्कोर पर नकारात्मक असर.
  • आगे क्रेडिट कार्ड/लोन मिलने की कम संभावना.
  • गलत इस्तेमाल या डिफॉल्ट करने पर कानूनी पचड़ा.
  • तनाव, मनोवैज्ञानिक, शारीरिक और भावनात्मक असर.

क्रेडिट कार्ड ‘डेट ट्रैप’ से कैसे बचें

  • दोस्तों, रिश्तेदारों से उधार लें और पूरा भुगतान करें.
  • बड़े लेनदेन को EMI (समान मासिक किस्तों) में बदलें.
  • इमरजेंसी स्थिति में पर्सनल लोन से क्रेडिट कार्ड का भुगतान करें.
  • हर महीने अपने बिल का भुगतान समय पर करें.
  • एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड रखने से बचें.
  • बचत करना शुरू करें.

क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल का सही तरीका

  • जरूरी हो तभी क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करें.
  • कभी भी क्रेडिट को खपत के लिए इस्तेमाल न करें.
  • समय पर बिल का भुगतान करें.
  • हर महीने कार्ड का स्टेटमेंट जरूर देखें.
  • इस्तेमाल से पहले नियम-शर्तें अच्छे से समझ लें.
  • कार्ड का पासवर्ड/पिन किसी को न दें.
  • इस्तेमाल से पहले बजट बनाएं, उस पर बने रहें.

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क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल के फायदे 

  • आपातकालीन इस्तेमाल का अच्छा जरिया.
  • आप अनुशासित हैं तो बहुत उपयोगी है.
  • महीने के सामान की खरीद पर उपयोगी.
  • ऑफलाइन या ऑनलाइन शॉपिंग का कैशलेस जरिया.
  • रिवार्ड प्वाइंट्स और कैशबैक का फायदा.
  • बड़े खर्चों को EMI में बदलने की सुविधा.
  • इमरजेंसी के लिए तुरंत प्री-अप्रूव्ड लोन मंजूर.
  • मजबूत क्रेडिट स्कोर बनाने में सहायक.