इंश्योरेंस पॉलिसी के डिमैटेरियलाइजेशन को मंजूरी मिल गई है. IRDAI (Insurance Regulatory and Development Authority) ने कंपनियों के मैनेजिंग डायरेक्टरों और चीफ एक्जिक्यूटिव अधिकारियों के साथ बैठक के बाद इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. कुछ वक्त पहले Zee Business ने एक एक्सक्लूसिव खबर में यह जानकारी दी थी कि इरडा इंश्योरेंस पॉलिसी को डीमैट फॉर्म में बदलने पर विचार कर रही है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नई पॉलिसी के लिए डेडलाइन दिसंबर, 2022 तय की गई है. दिसंबर, 2022 के बाद जितनी भी नई पॉलिसी आएंगी, वो डीमैट फॉर्म में आएंगी. नई जानकारी के मुताबिक, अगले 12 महीने में सभी मौजूदा इंश्योरेंस पॉलिसी को डीमैट फॉर्म में कन्वर्ट कराना होगा. 

यह नई नीति सभी तरह की पॉलिसी- हेल्थ, मोटर, लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी पर लागू होगी. चाहे नई पॉलिसी हो या पुरानी, सब डीमैट फॉर्म में होंगी.

"डिपॉजिटरी के लिए बड़ा बदलाव"

इस खबर पर Zee Business के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि "यह खबर CDSL (Central Depository Services Limited) के लिए बहुत बड़ी है. अबतक बिक चुकी पॉलिसी और आगे होने वाली पॉलिसी को डीमैट में बदलने को मंजूरी देने से CDSL और National Securities Depository Limited (NSDL) के लिए बड़ा बिजनेस खुलेगा. ये डिपॉजिटरीज़ के लिए बहुत बड़ी और पॉजिटिव खबर है."

उन्होंने यह भी कहा कि डिमैटेरियलाइजेशन डिपॉजिटरी के लिए बड़ा फंडामंटल चेंज या मूलभूत बदलाव हो सकता है. इसपर फोकस रखना चाहिए. बाजार के पहलू पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि बीएसई के लिए भी यह अच्छी खबर है क्योंकि बीएसई के पास CDSL की बड़ी होल्डिंग है. CDSL को भी बाजार में इस फैसले का फायदा मिलेगा. 

CDSL का शेयर बुधवार को 75.50 अंकों या 5.70% की बढ़िया तेजी लेकर 1,400 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ था.

अब जब डिमैटेरियलाइजेशन को मंजूरी मिल गई है तो आंकड़ों पर नजर डालने पर पता चलता है कि देश में 50 करोड़ से ज्यादा ऐसी इंश्योरेंस पॉलिसी मौजूद हैं, जिन्हें डीमैट फॉर्म में कराना होगा.