Daughter's Day : अपनी लाडली के लिए यहां करें निवेश, भविष्य में नहीं होगी पैसों की कमी
आज डॉटर्स डे पर हम आपको बता रहे हैं कि अपनी लाडली के सुनहरे भविष्य के लिए आपको किन विकल्पों में निवेश करना चाहिए ताकि उसके सपनों को साकार में पैसों की कमी आड़े न आए।
नई दिल्ली : हर माता-पिता इस बात को लेकर चिंतित रहते हैं कि अपनी बेटी के भविष्य के लिए वह पैसों का निवेश कहां करें. बचत के इन पैसों से वे अपनी बिटिया की पढ़ाई और उनकी शादी के सपने संजोते हैं. हालांकि, बाजार में निवेश के कई प्रोडक्ट उपलब्ध हैं लेकिन अगर लंबे समय के उद्देश्य से बच्चियों के लिए पैसे जमा करने हैं तो सुकन्या समृद्धि योजना, म्युचुअल फंडों में सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) और पब्लिक प्रोविडेंट फंड कुछ बेहतरीन विकल्प हैं. इन योजनाओं में निवेश कर आप अपनी बिटिया के भविष्य के आर्थिक खर्चों के मामले में निश्चिंत हो सकते हैं.
सुकन्या समृद्धि योजना
अगर, घर में नन्ही बिटिया हो तो उसके भविष्य के लिए मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) एक अच्छी स्कीम है. 1 अक्टूबर 2018 से इस योजना पर न सिर्फ पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) की तुलना में आधा फीसदी ज्यादा ब्याज मिलेगा बल्कि, यह माता-पिता की टैक्स प्लानिंग में भी मददगार होता है. आप अपनी 10 साल तक की बेटी के लिए सुकन्या समृद्धि योजना का खाता खुलवा सकते हैं. इस पर वर्तमान में 8.1 फीसदी सालाना का ब्याज मिल रहा है जो 1 अक्टूबर 2018 से 8.5 फीसदी हो जाएगा. वहीं पीपीएफ (PPF) पर अभी 7.6 फीसदी ब्याज मिल रहा है तो 1 अक्टूबर 2018 से 8 फीसदी हो जाएगा.
सुकन्या समृद्धि योजना का खाता आप किसी भी पोस्ट ऑफिस या बैंकों की अधिकृत शाखा में खुलवा सकते हैं. आम तौर पर जो भी बैंक पीपीएफ खाता खोलने की सुविधा उपलब्ध कराते हैं, वे सुकन्या समृद्धि योजना का खाता भी खोलते हैं.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
पब्लिक प्रोविडेंट फंड लंबे समय में आपकी बिटिया के लिए एक बड़ा फंड बनाने में मददगार है. पीपीएफ पर मिलने वाली ब्याज कर मुक्त है और निवेश पर आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत आयकर में छूट भी मिलती है. फिलहाल इसकी ब्याज दर 7.6 फीसदी है. हालांकि 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर तक इस पर 8 फीसदी का ब्याज मिलेगा.
म्युचुअल फंडों में SIP के जरिए करें निवेश
यदि आप कुछ रिस्क उठा सकते हैं तो सबसे बेहतरीन ऑप्शन होगा म्युचुअल फंडों में सिप के जरिए निवेश करना. लंबी अवधि के दौरान इक्विटी सबसे बेहतर रिटर्न देते हैं और एसआईपी के जरिए निवेश करने से निवेश की लागत भी औसत हो जाती है.