7th pay commission da hike: केंद्रीय कर्मचारियों को तगड़ी खुशखबरी मिली है. फाइनली केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 4 फीसदी बढ़ गया. बुधवार को कैबिनेट ने इसे मंजूरी दी और कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 46 फीसदी पहुंच गया. लेकिन, क्या त्योहारी सीजन में खुशियां यहीं तक सीमित थी? बिल्कुल नहीं, अभी केंद्रीय कर्मचारियों के लिए और खुशखबरी भी इंतजार कर रही है. आने वाले दिनों में उन्हें और भी बढ़िया तोहफे मिलेंगे. 

अगले भत्ते का होगा इंतजार

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कर्मचारियों का भत्ता 1 जुलाई 2023 से लागू किया गया है. लेकिन, अब चर्चा अगले भत्ते की शुरू हो चुकी है. इसकी दो वजह हैं. पहला क्योंकि, AICPI इंडेक्स में अभी दो महीने के नंबर आए हैं. इसमें जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है. हालांकि, ये फाइनल इजाफा नहीं है. इसके लिए साल 2024 का इंतजार करना होगा. क्योंकि, जुलाई से दिसंबर के महंगाई इंडेक्स के नंबर्स तय करेंगे कि आने वाले साल में DA में कितना इजाफा होगा. लेकिन, जुलाई और अगस्त के नंबर्स आ चुके हैं. इसमें अच्छा खासा उछाल देखने को भी मिला है.

क्या है दूसरी बड़ी वजह?

साल 2024 के महंगाई भत्ते को लेकर जो चर्चा है, उसकी दूसरी बड़ी वजह है 50 फीसदी DA. क्योंकि, ऐसे होने पर ही इसे शून्य करने का प्रावधान है. आगामी साल में लोकसभा चुनाव भी हैं. इसलिए कर्मचारियों को बड़ा तोहफा दिया जा सकता है. 50 फीसदी महंगाई भत्ता होने पर इसे बेसिक में मर्ज करने का नियम है. ऐसे होने पर कर्मचारियों की सैलरी में न्यूनतम 9000 रुपए का तगड़ा उछाल आएगा.

क्या है AICPI Index का नंबर?

लेबर ब्यूरो ने AICPI इंडेक्स का नंबर जारी कर दिया है. इसके दो महीने (जुलाई, अगस्त) के नंबर्स आए हैं. सितंबर का नंबर 31 अक्टूबर को आएगा. अभी तक इंडेक्स 139.2 अंक पर पहुंच चुका है. इस आधार पर कुल DA 47.97% पहुंच चुका है. जून तक के नंबर के आधार पर महंगाई भत्ते में 4 फीसदी इजाफा किया गया. उस वक्त कुल महंगाई भत्ते का स्कोर 46.24 फीसदी पर था. अब सितंबर, अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर के नंबर्स तय करेंगे कि जनवरी 2024 से कितना महंगाई भत्ता बढ़ेगा. एक्सपर्ट्स की मानें तो जनवरी 2024 तक महंगाई भत्ता 50 फीसदी का मार्क क्रॉस कर जाएगा.

50 फीसदी होगा DA तो क्या होगा?

7th pay commission के मुताबिक, केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता जैसे ही 50 फीसदी का मार्क क्रॉस करेगा, महंगाई भत्ते को शून्य कर दिया जाएगा. इसका मतलब ये है कि महंगाई भत्ते की कैलकुलेशन 0 से शुरू होगी और 50 फीसदी के हिसाब से जिसका जितना पैसा बनेगा उसे बेसिक सैलरी में मर्ज कर दिया जाएगा. सरकार ने साल 2016 में 7वां वेतन आयोग लागू करते हुए इसे शून्य कर दिया गया था. इसके बाद अब 50 फीसदी फिर से इसे रिवाइज करके शून्य कर दिया जाएगा.

9000 रुपए बढ़ जाएगी सैलरी

महंगाई भत्ता जैसे ही 50 फीसदी तक पहुंचेगा, इसे शून्य कर दिया जाएगा और 50 फीसदी तक के पैसे को बेसिक सैलरी यानि न्यूनतम सैलरी में जोड़ दिया जाएगा. मान लीजिए किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18000 रुपए है तो उसे 50 फीसदी DA का 9000 रुपए मिलेगा. लेकिन, 50 फीसदी DA होने पर इसे बेसिक सैलरी में जोड़कर फिर से महंगाई भत्ता शून्य कर दिया जाएगा तो 9000 रुपए बेसिक सैलरी में जोड़ दिए जाएंगे. 

महंगाई भत्ता क्यों किया जाता है शून्य?

जब भी नया वेतनमान लागू किया जाता है कर्मचारियों को मिलने वाले DA को मूल वेतन में जोड़ दिया जाता है. जानकारों का कहना है कि यूं तो नियम कर्मचारियों को मिलने वाले शत-प्रतिशत डीए को मूल वेतन में जोड़ना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो पाता. वित्तीय स्थिति आड़े आती है. हालांकि, साल 2016 में ऐसा किया गया. उससे पहले साल 2006 में जब छठा वेतनमान आया तो उस समय पांचवें वेतनमान में दिसंबर तक 187 प्रतिशत DA मिल रहा था. पूरा डीए मूल वेतन में मर्ज दिया गया था. इसलिए छटे वेतनमान का गुणांक 1.87 था. तब नया वेतन बैंड और नया ग्रेड वेतन भी बनाया गया था. लेकिन, इसे देने में तीन साल लग थे.

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