7th pay commission da hike: केंद्रीय कर्मचारियों को तगड़ी खुशखबरी मिली है. उनके महंगाई भत्ते में जोरदार उछाल आया है. महंगाई इंडेक्स में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है. हालांकि, ये इजाफा अभी काउंट नहीं होगा. इसके लिए साल 2024 का इंतजार करना होगा. क्योंकि, जुलाई से दिसंबर के महंगाई इंडेक्स के नंबर्स तय करेंगे कि आने वाले साल में DA में कितना इजाफा होगा. बता दें, जुलाई 2023 का AICPI इंडेक्स का नंबर जारी हो चुका है. इसमें 3.3 अंक का सबसे बड़ा उछाल आया है.

क्या है AICPI Index का नंबर?

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लेबर ब्यूरो ने AICPI इंडेक्स का नंबर जारी कर दिया है. इसमें 3.3 अंक का उछाल आया है. जून 2023 के 136.4 अंक के मुकाबले 139.7 अंक पर पहुंच गया है. जुलाई का नंबर आने से महंगाई भत्ते का महंगाई भत्ते का स्कोर बढ़कर 47.14 फीसदी पहुंच गया है. इससे पहले ये 46.24 फीसदी पर था. हालांकि, इसका फाइनल नंबर दिसंबर 2023 तक आए आंकड़ों के बाद कैलकुलेट होगा. महंगाई इंडेक्स की बढ़ती रफ्तार से साफ है कि महंगाई भत्ते जनवरी 2024 तक 50 फीसदी का मार्क क्रॉस कर जाएगा.

महंगाई भत्ते में जोरदार उछाल

7वें वेतन आयोग के तहत सैलरी लेने वाले केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ये बड़ी खुशखबरी है. क्योंकि, जनवरी 2023 से जून 2023 तक के लिए उनके महंगाई भत्ते का ऐलान जल्द होने वाला है. इसमें 4 फीसदी का इजाफा हो सकता है. मौजूदा दर 42 फीसदी है, जो जनवरी 2023 से लागू है. इसमें 4 फीसदी का इजाफा जुलाई 2023 से लागू होगा. इसके बाद अगला रिविजन जनवरी 2024 के लिए होगा, जिसका ऐलान भी तभी होगा. लेकिन, उसके नंबर्स आना शुरू हो गए हैं. पहले महीने जुलाई 2023 के नंबर्स के मुताबिक, महंगाई भत्ता 47 फीसदी को पार गया है.

 

50 फीसदी होगा DA तो क्या होगा?

7th pay commission की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता जैसे ही 50 फीसदी का मार्क क्रॉस करेगा, महंगाई भत्ते को शून्य कर दिया जाएगा. इसका मतलब ये है कि महंगाई भत्ते की कैलकुलेशन 0 से शुरू होगी और 50 फीसदी के हिसाब से जिसका जितना पैसा बनेगा उसे बेसिक सैलरी में मर्ज कर दिया जाएगा. सरकार ने साल 2016 में 7वां वेतन आयोग लागू करते हुए इसे शून्य कर दिया गया था. इसके बाद अब 50 फीसदी फिर से इसे रिवाइज करके शून्य कर दिया जाएगा.

9000 रुपए बढ़ जाएगी सैलरी

महंगाई भत्ता जैसे ही 50 फीसदी तक पहुंचेगा, इसे शून्य कर दिया जाएगा और 50 फीसदी तक के पैसे को बेसिक सैलरी यानि न्यूनतम सैलरी में जोड़ दिया जाएगा. मान लीजिए किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18000 रुपए है तो उसे 50 फीसदी DA का 9000 रुपए मिलेगा. लेकिन, 50 फीसदी DA होने पर इसे बेसिक सैलरी में जोड़कर फिर से महंगाई भत्ता शून्य कर दिया जाएगा तो 9000 रुपए बेसिक सैलरी में जोड़ दिए जाएंगे. 

महंगाई भत्ता क्यों किया जाता है शून्य?

जब भी नया वेतनमान लागू किया जाता है कर्मचारियों को मिलने वाले DA को मूल वेतन में जोड़ दिया जाता है. जानकारों का कहना है कि यूं तो नियम कर्मचारियों को मिलने वाले शत-प्रतिशत डीए को मूल वेतन में जोड़ना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो पाता. वित्तीय स्थिति आड़े आती है. हालांकि, साल 2016 में ऐसा किया गया. उससे पहले साल 2006 में जब छठा वेतनमान आया तो उस समय पांचवें वेतनमान में दिसंबर तक 187 प्रतिशत DA मिल रहा था. पूरा डीए मूल वेतन में मर्ज दिया गया था. इसलिए छटे वेतनमान का गुणांक 1.87 था. तब नया वेतन बैंड और नया ग्रेड वेतन भी बनाया गया था. लेकिन, इसे देने में तीन साल लग थे.

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