देश में क्रेडिट कार्ड के यूजर्स की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. जुलाई 2022 तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो यह संख्या 7.8 करोड़ रही. इसका इस्तेमाल भी तेजी हो रहा है. मई 2022 में क्रेडिट कार्ड से खर्च का आंकड़ा 1.13 लाख करोड़ रुपए रहा. हो भी क्यों न, आखिर मुश्किल समय में आसानी से आर्थिक मदद जो करता है. लेकिन बिल बकाए में देरी जैसी लापरवाही से कार्ड का इस्तेमाल करना भारी पड़ सकता है. क्योंकि इसका सीधा असर यूजर के सिबिल स्कोर पर पड़ता है. ऐसे में जरूरी है कि क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल सही तरीके से किया जाए. 

क्रेडिट कार्ड का बकाया न चुकाना पड़ेगा भारी

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्रेडिट कार्ड के ज्यादा यूजर्स सैलरी पाने वाले लोग होते हैं. लेकिन अक्सर लोग जरूरत के हिसाब से ज्यादा खर्च करने के बाद बकाया बिल के भुगतान में लापरवाही करते हैं. जिससे सिबिल स्कोर घटता जाता है. यही नहीं कुछ लोग बिक बकाए की रकम को लंबे समय तक अटकाए रहते हैं. बकाया भुगतान अगर लगातार 6 महीनों तक नही होता है, तो क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट हो जाता है. नतीजतन, क्रेडिट कार्ड अकाउंट तत्काल प्रभाव से डीएक्टिव हो जाता है. 

डिफॉल्ट होने के कई नुकसान

  • कार्ड डिफॉल्ट होने पर क्रेडिट स्कोर पर बुरा असर पड़ता है. क्योंकि क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों को नियमित रूप से आपके पेमेंट हिस्ट्री की रिपोर्ट मिलती रहती है. 
  • क्रेडिट कार्ड बकाए का समय पर पेमेंट न करने पर बैंक और क्रेडिट कार्ड कंपनियां आपको ब्लैक लिस्ट में डाल देती है. इससे भविष्य में आपके लिए लोन लेना मुश्किल हो जाएगा. 
  • बैंक और क्रेडिट कार्ड कंपनियां कार्ड के जरिए किसी भी ट्रांजैक्शन को रोकने के लिए आपके क्रेडिट कार्ड ब्लॉक कर देंगी. इससे आप कार्ड के जरिए कोई भी शॉपिंग नहीं कर पाएंगे. जब तक आप बकाया रकम का भुगतान नहीं करते और बैंक इंश्योर नहीं हो जाता, तब तक आप कार्ड का फिर से इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे.
  • क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट के मामले में आप कानूनी पचड़े में भी पड़ सकते हैं. यहां तक की मामला कोर्ट तक जा सकता है.
  • तय समय पर बिल भुगतान न करने की स्थित में आपके क्रेडिट कार्ड की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की जा सकती है.
  • अगर आपके बैंक की पहुंच सेविंग या अन्य अकाउंट तक है, तो बकाए राशि वसूलने के लिए अकाउंट में जमा रकम जब्त हो सकती है.  
  • बकाए की रकम की वसूली के लिए रिकवरी एजेंट आपके घर जाएगा. हालांकि, आमतौर पर बैंक बिल के पेमेंट के लिए बैंक कुछ लीवरेज और समय देते हैं. यह समय बैंक के आधार पर 60 से 90 दिनों तक बढ़ सकती है. लेकिन इस दौरान भी पेमेंट न करने पर रिकवरी एजेंट आपसे संपर्क करेंगे और घर पर जाएंगे. 

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें