अगर आप घूमने का प्‍लान बना रहे हैं तो ट्रैवल इंश्योरेंस (Travel Insurance) जरूर कराएं. क्‍योंकि ट्रैवल इंश्योरेंस नहीं खरीदने पर आपका सफर एक बुरे सपने में तब्दील हो सकता है. MP में ऐसी ही एक घटना सामने आई है जब एक युवती ने विदेश यात्रा के लिए ट्रैवल बीमा नहीं लिया और वहां दुर्घटना में उसकी जान चली गई. इससे उसका परिवार भी देश वापस नहीं लौट पा रहा था. उसके परिवार के किसी भी सदस्‍य के पास पासपोर्ट नहीं है.

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इस काम में MP सरकार ने पहल की और एक एजेंसी को प्रज्ञा का शव वापस लाने का काम सौंपा. काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार प्रज्ञा का शव भारत वापस लाया जा सका. 

पॉलिसीबाजार डॉट कॉम के कोफाउंडर और CBO तरुण माथुर के मुताबिक विदेश यात्रा पर जाते वक्त ट्रैवल इंश्‍योरेंस जरूर लेना चाहिए. पॉलिसी में इमरजेंसी इवैक्यूएशन कवरेज वाली एक व्यापक ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी में पॉलिसीधारक की विदेशी धरती पर मौत होने की स्थिति में उसके पार्थिव शरीर को घर वापस लाने की जिम्मेदारी भी शामिल होती है.

ट्रैवल इंश्योरेंस में यह कवरेज उन लोगों के लिए फायदेमंद होता है जो अपनी यात्रा का व्यापक इंश्योरेंस कराना चाहते हैं. हालांकि इस पॉलिसी के रीक्लेमेशन प्रोसेस को आसान बनाने के लिए विभिन्न व्यवस्थाएं मौजूद हैं लेकिन फिर भी अलग-अलग धर्म, विभिन्न देशों की कानूनी और राजनीतिक नीतियों के कारण विदेशी धरती से पार्थिव शरीर वापस लाना काफी मुसीबत भरा काम हो सकता है.

पार्थिव शरीर विदेश से वापस लाने के कवरेज में इसके लिए होने वाले कुछ आवश्यक खर्चों को भी कवर किया जाता है. इन खर्चों में शवलेप करना (एंब्लेमिंग), दाह-संस्कार, ताबूत और परिवहन सहित अन्य शामिल हो सकते हैं. इंश्योरेंस कंपनी असिस्टेंस सर्विस प्रोवाइडर परिवार और निकटतम संबंधी को सड़क या हवाई मार्ग से वापस स्वदेश लाने में भी सहायता प्रदान करते हैं.