नौकरी से भर गया है मन और अब बिजनेस शुरू करने की है प्लानिंग? पहले कर लीजिए ये 4 तैयारियां ताकि पछताना न पड़े
नौकरी करने वालों के मन में कई बार ये खयाल आता है कि अपना बिजनेस शुरू किया जाए. लेकिन बिजनेस शुरू करने के लिए आपको अच्छा खासा फंड चाहिए होता है, साथ ही इसमें रिस्क भी होता है. इसलिए इस डिसीजन से पहले अपने पास 4 तैयारियां करके रखें.
नौकरी में कई बार तमाम तरह के प्रेशर को हैंडल करना पड़ता है, कई बार एक रोज-रोज एक जैसे रुटीन से बोरियत होने लगती है और ऐसे में मन में खयाल आता है कि आखिर ये जॉब कब तक करेंगे? लेकिन नौकरी छोड़ेंगे तो क्या करेंगे, ये बड़ा सवाल है. ज्यादातर लोगों के मन में होता है कि वो जॉब छोड़कर अपना बिजनेस शुरू करेंगे. लेकिन बिजनेस शुरू करने के लिए आपको अच्छा खासा फंड चाहिए होता है, साथ ही इसमें रिस्क भी होता है. अगर आप भी इस तरह का कोई फैसला लेने के बारे में सोच रहे हैं, तो पहले 4 तैयारियां करके रखें, ताकि इस डिसीजन पर आपको पछताना न पड़े.
इमरजेंसी फंड बनाएं
कोई नया कारोबार शुरू करने या उसके चलने में कई बार ज्यादा समय लग जाता है, ऐसे में आपको इमरजेंसी फंड की जरूरत पड़ सकती है. इसलिए नौकरी छोड़ने का फैसला करने से पहले इमरजेंसी फंड जरूर तैयार करें. ये फंड आपकी मौजूदा इनकम का 6 से 12 महीने का होना चाहिए.
सभी देनदारियां खत्म करें
अगर आपने किसी बैंक से लोन लिया है या फिर किसी का पैसा उधार लिया है, तो नौकरी छोड़ने से पहले आपको ये सभी देनदारियां पहले चुका देनी चाहिए, ताकि बिजनेस सेटअप के दौरान जब आपका संघर्ष का समय होगा, तब इनकी वजह से किसी तरह की समस्या न आए.
प्लान बी जरूर बनाएं
अगर आपने नौकरी छोड़ने की प्लानिंग की है, तो जाहिर बात है कि स्थितियों का मूल्यांकन तो कर ही लिया होगा. जब आपकी नौकरी नहीं होगी और आप बिजनेस सेटअप में व्यस्त होंगे, इस बीच आप रोजमर्रा की जरूरतों और बाकी के खर्चों को कैसे पूरा करेंगे, ये सब कैलकुलेशन आपके माइंड में होगा. लेकिन आपको इस बारे में भी सोचना होगा कि अगर आपकी योजना आपके अनुमान के हिसाब से नहीं चल पाई, आपका बिजनेस नहीं चला, तो आप क्या करेंगे? नौकरी छोड़ने से पहले अपने पास प्लान बी जरूर बनाकर रखें, वरना आपके सामने बड़ी मुश्किल खड़ी हो सकती है.
खर्चों को नियंत्रित करें
नौकरी छोड़ने के बाद जब तक आपका बिजनेस ठीक से नहीं चल जाता, तब तक आपके सामने कई तरह की आर्थिक चुनौतियां आ सकती हैं. इन चुनौतियों से निपटने के लिए ये बहुत जरूरी है कि इस बीच आप अपने खर्चों को नियंत्रित करें. फिजूल खर्चों को पूरी तरह से बंद करें. अगर आपने ऐसा नहीं किया तो समस्याएं बढ़ भी सकती हैं.