बजट 2020 पूरी करेगा आम आदमी की उम्मीदें? Tax सेविंग का कितना मिलेगा फायदा?
Budget 2020: आम आदमी को हाउस लोन ब्याज पर टैक्स छूट, नौकरीपेशा के लिेए 80C में छूट, सिनियर सिटीजन का निवेश और हेल्थ इंश्योरेंस में टैक्स बेनेफिट ऐसे विषय हैं जिस पर राहत मिलने की उम्मीद है.
Budget 2020: बजट 2020 में अब चंद घंटे बाकी हैं. ऐसे में आम आदमी को इस बजट से ढेरों उम्मीदें हैं. आम आदमी की यह उम्मीद है कि कैसे उसके पास कुछ पैसे बच सकें, ताकि वह अपने भविष्य के लिए कुछ निवेश कर सके. ऐसे में हाउस लोन ब्याज पर टैक्स छूट, नौकरीपेशा के लिए 80C में छूट, सिनियर सिटीजन का निवेश और हेल्थ इंश्योरेंस में टैक्स बेनेफिट ऐसे विषय हैं जिस पर राहत मिलने की उम्मीद की जा रही है. मार्केट एक्सपर्ट गौरव मशरूवाला और आलोक अग्रवाल से यहां यह समझने की कोशिश करते हैं कि आम आदमी को इन पर छूट मिलने पर किस तरह से फायदा मिलेगा.
बजट में क्या ऐलान हों (गौरव मशरूवाला की राय में)
हाउस लोन ब्याज पर टैक्स छूट बढ़े
80C का दायरा बढ़े
एक ही सेक्शन में रिटायरमेंट बेनेफिट
हेल्थ इंश्योरेंस में टैक्स बेनेफिट बढ़े
सीनियर सिटीजन पर खास ध्यान हो
1)
घर खरीदारों को राहत मिले
होम लोन ब्याज पर टैक्स छूट बढ़े
घर खरीदने वालों के लिए फायदा जरूरी
सेक्शन 24 में मौजूदा टैक्स छूट 2 लाख
होम लोन पर घर खरीदने वालों को राहत मिले
होम लोन के ब्याज पर टैक्स छूट 2 लाख से बढ़े
5 लाख टैक्स छूट करने की सिफारिश- हाउसिंग मंत्रालय
80C से अलग सिर्फ होम लोन का सेक्शन बने
होम लोन के मूल धन पर 80C के तहत अधिकतम 1.50 लाख की छूट
क्या होगा फायदा?
नकदी से जूझ रहे रियल एस्टेट के लिए बूस्टर डोज होगा
रियल एस्टेट सेक्टर में मांग बढ़ेगी
टैक्स बेनेफिट से लोगों का रूझान घर खरीदने के प्रति बढ़ेगा
रियल एस्टेट सेक्टर में सुधार सुस्त अर्थव्यवस्था में जान भरेगा
2)
नौकरीपेशा के लिेए 80C में बढ़ेगी छूट?
नौकरीपेशा के लिए टैक्स बचाने का आसान विकल्प
सालाना 1.50 लाख तक निवेश पर टैक्स छूट
80C के तहत टैक्स छूट निवेश के कई विकल्प
PPF, EPF, जीवन बीमा प्रीमियम पर टैक्स छूट
NSC, यूलिप, SSY, बच्चों की ट्यूशन फीस 80C में शामिल
होम लोन के प्रिसिंपल अमाउंट पर भी टैक्स छूट
वित्त वर्ष 2014 से सेक्शन 80C में कोई बदलाव नहीं
80C का बढ़ेगा दायरा, होगा फायदा
80C में थोड़े बदलाव करना जरूरी
टैक्स छूट का दायरा मौजूदा 1.50 से बढ़ाया जाए
इकोनॉमी में खपत के लिए लोगों के हाथ में पैसा आना चाहिए
नौकरीपेशा लोगों के हाथ में ज्यादा पैसा बचेगा
यह पैसा कंज्यूमर मार्केट में आएगा
बाजार में चीजों की मांग बढ़ेगी
मांग बढ़ने से उत्पादन बढ़ेगा और लोगों को रोजगार मिलेगा
अर्थव्यवस्था में स्पेंडिंग बढ़ेगी
सुस्त इकोनोमी को बूस्ट मिलेगा
FY12 में बचत दर 23.6% थी लेकिन FY 18 में 17.2%
बचत दर में सुधार के लिए बचत पर इंसेटिव देना ज़रूरी
3)
आलोक अग्रवाला (बजाज कैपिटल) की राय में
सिनियर सिटीजन का निवेश
सीनियर सिटिजन पर महंगाई का ज्यादा असर पड़ता है
महंगाई के कारण सीधे तौर पर उनकी खरीदने की ताकत कम होती है
महंगाई को मात देने वाले सेविंग्स और इन्वेस्टमेंट विकल्प हों
SCSS में 8.6% के ब्याज में 15 लाख तक निवेश संभव
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में निवेश 30 लाख तक हो
रिटायरमेंट के बाद टेंशन फ्री लाइफ
सिनियर सिटीजन के लिए खास ऐलान जरूरी
हेल्थकेयर खर्च और महंगाई का असर सबसे ज्यादा
रिटायरमेंट बेनेफिट के लिए अलग टैक्स छूट प्रावधान हो
सारे रिटायरमेंट प्रॉडक्ट के लिए एक ही रेगुलेटरी बॉडी हो
जैसे सारे रिटायरमेंट फंड सेबी के अंतर्गत आते हैं
नेशनल पेंशन स्कीम PFRDI के अंतर्गत आती है
एन्युटी प्लान IRDAI में आते हैं
एक ही रेगुलेटरी बॉडी होने से प्रॉडक्ट के टैक्सेशन में समानता आएगी
रिटायरमेंट के बाद टेंशन फ्री लाइफ
60-80 साल की उम्र लिए 3 लाख की इनकम तक टैक्स छूट
सीनियर सिटीजन के लिए बेसिक छूट 5 लाख हो
80 साल से ज्यादा 5 लाख की इनकम तक टैक्स माफ़ है
सुपर सीनियर सिटीजन के बेसिक छूट 7 लाख हो
टैक्स स्लैब में बढ़ोतरी करके भी राहत दी जा सकती है
4)
हेल्थ इंश्योरेंस में टैक्स बेनेफिट (गौरव मशरूवाला की राय में)
हेल्थ सेक्टर में सरकार हर बजट में कुछ बदलाव करती रहती है
हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम पर टैक्स छूट बढ़ोतरी से मिलेगा फायदा
80D में मौजूदा 25 हजार से ज्यादा छूट मिलना जरूरी
अस्पतालों में नकद भुगतान पर छूट मिलनी चाहिए
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साठ के बाद ठाठ (आलोक अग्रवाल (बजाज कैपिटल) की राय में)
हेल्थ इंश्योरेंस के प्रीमियम पर छूट बढ़े
प्रिवेंटिव हेल्थ चेकअप भी इस छूट में शामिल
मेडिकल ट्रीटमेंट खर्च पर लगातार बढ़ोतरी हुई है
हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम भी महंगे हुए हैं
सीनियर सिटीजन के लिए 80D का दायरा बढ़ाने में फायदा
सेक्शन 80TTB में ब्याज आय पर टैक्स छूट बढ़े
अभी 50 हजार की ब्याज आय पर टैक्स छूट
डिपॉजिट इंश्योरेंस लिमिट बढ़ाया जाए
वर्तमान इंश्योरेंस लिमिट सिर्फ 1 लाख है
डिपॉजिट इंश्योरेंस 20 लाख रुपये होना चाहिए.