सैलरी के हिसाब से कितनी महंगी कार खरीदें? नए साल पर बना रहे हैं Car खरीदने का प्लान तो पहले समझ लें ये फॉर्मूला
कई बार लोग लोन के बूते पर महंगी कार खरीद तो लेते हैं, लेकिन बाद में हर महीने भारी-भरकम EMI देने से जब उनका बजट बिगड़ता है, जब वो परेशान होते हैं. इसलिए बेहतर है कि पहले ही कार का बजट डिसाइड करके चलें. लेकिन कैसे? एक फॉर्मूला होगा मददगार, समझ लीजिए.
आज के समय में कार आपका शौक नहीं बल्कि जरूरत बन गई है. नई कार लेने के लिए लोग फेस्टिवल्स का इंतजार करते हैं क्योंकि उस मौके पर तमाम डिस्काउंट और बेहतर ऑफर मिल जाते हैं. नया साल आने वाला है और इस मौके को भुनाने के लिए भी तमाम लोग तैयार होंगे. लेकिन आजकल मार्केट में कार के इतने सारे ऑप्शंस हैं कि कई बार डिसाइड कर पाना मुश्किल हो जाता है कि अपने बजट के हिसाब से आखिर कौन सी कार खरीदी जाए.
कई बार लोग लोन के बूते पर महंगी कार खरीद तो लेते हैं, लेकिन बाद में हर महीने भारी-भरकम EMI देने से जब उनका बजट बिगड़ता है, जब वो परेशान होते हैं. इसलिए बेहतर है कि पहले ही कार का बजट डिसाइड करके चलें. लेकिन कैसे? इस मामले में एक फॉर्मूला आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है. अगर आप भी नए साल पर नई चमचमाती कार घर लाना चाहते हैं तो ध्यान से समझिए ये फॉर्मूला.
ये फॉर्मूला करेगा काम
अगर आप बैंक से लोन लेकर कार खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तो सबसे पहले तो तमाम बैंकों में जाकर सस्ते लोन के बारे में पता करें. इसके अलावा 50/20/4/10 का फॉर्मूला अप्लाई करें. इस फॉर्मूले की मदद से आपके घर में नई कार भी आ जाएगी और आपका बजट भी नहीं बिगड़ेगा.
Annual Income की आधी कीमत की कार खरीदें
50 का मतलब यहां आपकी वार्षिक आय के 50 प्रतिशत से है. आप जब भी कार खरीदने जाएं तो पहले से ये डिसाइड कर लें कि आपकी कार आपकी एनुअल इनकम से आधी कीमत की ही होनी चाहिए. मान लीजिए कि आपका सालाना पैकेज 12 लाख रुपए का है, तो आपको 6 लाख तक की ही कार खरीदनी चाहिए. इससे महंगी कार खरीदने पर आपका बजट डगमगा सकता है.
20/4/10 के मायने समझिए
इस फॉर्मूले में 20 का मतलब 20 फीसदी डाउन पेमेंट से है. मतलब अगर आप 6 लाख की कार खरीदने जा रहे हैं तो 6 लाख का 20 फीसदी यानी 1,20,000 रुपए हर हाल में डाउन पेमेंट के तौर पर दें. इससे ज्यादा दे सकते हैं तो अच्छी बात है, लेकिन कम न दें. यहां 4 का मतलब लोन के टेन्योर से है यानी आपके कार लोन की अवधि 4 सालों से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. वहीं 10 का मतलब है कि आपकी ईएमआई की राशि सालाना सैलरी के 10 फीसदी हिस्से से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.
4,80,000 पर कितनी ईएमआई?
मान लीजिए आप 6 लाख रुपए की कार खरीदने जा रहे हैं, इसमें से आप 20 फीसदी के हिसाब से 1,20,000 रुपए डाउन पेमेंट दे देते हैं. ऐसे में आपको लोन के तौर पर 4,80,000 रुपए का अमाउंट लेना पड़ेगा. मान लीजिए आप SBI से ऑटो लोन लेते हैं और ये लोन आपको 9.2% ब्याज दर के हिसाब से मिलता है और लोन टेन्योर 4 साल का है, तो ऐसे में हर महीने आपको 11,990 रुपए ईएमआई के तौर पर देने होंगे.