बैंकों में काम करने वाले हजारों कर्मचारियों के लिए अच्‍छी खबर है. उन्‍हें फरवरी की सैलरी बढ़कर मिलेगी. क्‍योंकि उनके DA में 4.2% की बढ़ोतरी हुई है. यह बढ़ोतरी फरवरी-अप्रैल क्‍वार्टर के लिए है. इंडियन बैंक्‍स एसोसिएशन (IBA) ने इसका आदेश जारी किया है.

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इस आदेश की कॉपी 'जी बिजनेस' के पास है. आदेश में कहा गया है कि AIACPI (All India Average Consumer Price Index) के दिसंबर 2019 के आंकड़े आ गए हैं. इसके अनुसार अक्‍टूबर 2019 में औसत CPI 7418.42 था. जो दिसंबर में बढ़कर 7532.55 हो गया. वहीं नवंबर में यह 7486.90 पर पहुंच गया.

ऐसे कैलकुलेट होगा DA

DA स्‍लैब 7449-4440= 3039/4=759 (75.9%)

पिछली तिमाही में स्‍लैब = 717 (71.7%)

कितनी होगी बढ़ोतरी

किसी भी बैंक PO की स्‍टार्टिंग बेसिक सैलरी 27620 रुपए होती है. DA में 4.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी से सैलरी करीब 1160 रुपए महीना बढ़ेगी. इसमें 4 इंक्रीमेंट भी जुड़ते हैं. इससे अधिकतम बेसिक 42020 रुपए महीना हो जाती है. इतनी बेसिक पाने वाले PO की सैलरी में करीब 1764 रुपए का फर्क पड़ेगा. वहीं ऊपर के अधिकारी की सैलरी में हजारों रुपए की बढ़ोतरी होगी.    

पेंशन सिस्‍टम में बदलाव की मांग

आपको बता दें कि बैंकरों ने 31 जनवरी और 1 फरवरी को हड़ताल की थी. इससे मुंबई, चेन्नै और दिल्ली में लगभग 23,000 करोड़ रुपये के 31 लाख चेक हड़ताल के कारण क्लीयर नहीं हो सके. अधिकांश बैंक शाखाएं बंद रहीं. नकद जमा या निकासी नहीं की जा सकी. 

यह हड़ताल सैलरी रिवीजन को लेकर बुलाई गई थी. एक पदाधिकारी ने कहा कि नवंबर 2017 से बैंकों में वेतन संशोधन की प्रक्रिया (वेजेज रिवीजन सेटलमेंट) अधूरी है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में आखिरी प्रक्रिया अक्टूबर 2017 में खत्म हुई थी.

एआईबीईए के महासचिव सी. एच. वेंकटचलम ने कहा-30 जनवरी को मुंबई में प्रबंधन और बैंक यूनियनों के बीच बैठक में अंतिम मिनट पर भी चर्चा की गई थी, मगर इसमें उनके मुद्दों को नहीं उठाया गया. इसलिए यूनियनों ने 31 जनवरी और एक फरवरी को दो दिन की हड़ताल की.

इससे पहले फोरम ऑफ रिटायर्ड बैंक एम्पलाइज ने बैंकिंग सेक्‍टर में पेंशन सिस्‍टम में बदलाव, फैमिली पेंशन में सुधार और मौजूदा कर्मचारियों की तरह कम प्रीमियम पर सामूहिक स्वास्थ्य बीमा देने की मांग की है. नेशनल आर्गनाइजेशन आफ बैंक वर्कर्स के पूर्व महासचिव अश्विनी राणा ने बताया कि केंद्रीय कर्मचारियों की पेंशन और सैलरी समय के साथ बढ़ रही है. यही हाल RBI के साथ भी है. लेकिन बैंकों में पेंशन स्कीम में कोई बदलाव नहीं हुआ है.