कमाना चाहते हैं बैंक FD से ज्यादा ब्याज? यहां निवेश पर मिलेगा ज्यादा अच्छा रिटर्न
ज्यादातर लोग सुरक्षित निवेश की खातिर बैंक फिक्स्ड डिपोजिट में निवेश करते हैं, जिस पर 6 से 7.5 फीसदी तक ब्याज मिलता है.
ज्यादातर लोग सुरक्षित निवेश की खातिर बैंक फिक्स्ड डिपोजिट में निवेश करते हैं, जिस पर 6 से 7.5 फीसदी तक ब्याज मिलता है. बैंक FD के अलावा आप कॉरपोरेट FD में भी निवेश कर सकते हैं. कॉरपोरेट FD आपको बैंक FD से ज्यादा ब्याज देती है. लेकिन, क्या होती है कॉरपोरेट FD? बैंक FD के मुकाबले कॉरपोरेट FD में क्या है अलग? कॉरपोरेट FD में कैसे निवेश करें और क्या इसमें कोई जोखिम है? अमितकुकरेजा डॉट कॉम के फाउंडर अमित कुकरेजा से जानिए कॉरपोरेट FD से जुड़े हर सवाल का जवाब.
FD के अलग-अलग विकल्प
- बैंक के साथ फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) खोल सकते हैं.
- ये FD सरकारी और निजी बैंकों के साथ खोल सकते हैं.
- NBFC, डाक विभाग, कॉरपोरेट डिपॉजिट का विकल्प.
- ये डिपॉजिट कई तरह के होते हैं.
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी डिपॉजिट होता है.
- टैक्स सेवर, रिकरिंग डिपोजिट, प्रवासी भारतीयों के लिए FD.
कॉरपोरेट FD क्या है?
- निवेशक कंपनी के पास FD खोलता है.
- अवधि और ब्याज दर निश्चित होती है.
- इसे कॉरपोरेट FD या कंपनी FD कहते हैं.
- वित्तीय संस्थान, NBFCs डिपॉजिट रखते हैं.
- कंपनीज एक्ट के तहत ये FD नियंत्रित होते हैं.
असुरक्षित FD
- कॉरपोरेट FD असुरक्षित निवेश होता है.
- इसका मतलब अगर कंपनी डूबती है.
- पूंजी वापस पाने के लिए पेपर नहीं बेच सकते हैं.
- इसलिए यह एक जोखिम भरा निवेश है.
कितने प्रकार की FD?
- कॉरपोरेट FD कोई भी कंपनी जारी कर सकती है.
- कंपनियां फंड जुटाने के लिए FD जारी करती हैं.
- हाउसिंग फाइनेंस, ट्रांसपोर्ट और दूसरी कंपनियां जारी करती हैं.
कैसे करें कॉर्पोरेट FD में निवेश?
- कॉरपोरेट FD में निवेश मध्यस्थ के जरिये होता है.
- एप्लिकेशन के लिए कंपनी ब्रोकर नियुक्त करती है.
- निवेश के लिए फिजिकल एप्लिकेशन फॉर्म भरना होगा.
- रकम के चेक के साथ, KYC दस्तावेज देने होंगे.
क्या दस्तावेज लगेंगे?
- कॉरपोरेट FD के लिए 3 से 4 दस्तावेज लगते हैं.
- फॉर्म के साथ PAN कार्ड, एड्रेस प्रूफ देना होगा.
- पैन, एड्रेस प्रूफ के साथ ही आधार दे सकते हैं.
क्या टैक्स छूट मिलेगी?
- कॉरपोरेट FD पर टैक्स छूट नहीं है.
- ये ज्यादा जोखिम वाली FDs होती हैं.
- इनसे ज्यादा रिटर्न की उम्मीद होती है.
- जांच-परख कर ही निवेश फायदेमंद.
टैक्स कैसे कैलकुलेट होता है?
- अगर 15H और 15G फॉर्म नहीं भरा है.
- कॉरपोरेट FD पर TDS काटा जाएगा.
- FD पर ब्याज 'अन्य स्रोत से आय' में शामिल.
- इस पर टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स लगेगा.
बैंक FD से कितनी अलग है?
- कंपनी डिपॉजिट पर बीमा कवर नहीं होता.
- बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट पर बीमा कवर है.
- `1 लाख तक की जमा राशि कवर होती है.
- यह सीमा आपकी सभी डिपॉजिट के लिए है.
- जमा `1 लाख से ज्यादा, तो भी इतना ही कवर.
- DICGC देता है ये इंश्योरेंस.
- DICGC-डिपोजिट इंश्योरेंस और क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन.
कॉरपोरेट FD कितनी सुरक्षित?
- कॉरपोरेट FD में ज्यादा जोखिम होता है.
- जोखिम के साथ ज्यादा रिटर्न भी संभव.
- निवेश से पहले कंपनी के बारे में पता करें.
- निवेश के लिए कभी भी जल्दबाजी न करें.
- अपने स्तर पर अच्छे से रिसर्च कर लें.
- कंपनी का पिछला प्रदर्शन, ग्राहक सेवा.
- कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन कैसा है?
- डायरेक्टर, प्रमोटर के बारे में भी जानें.
कैसे करें कॉर्पोरेट FD में निवेश?
- एप्लीकेशन के लिए कंपनी ब्रोकर नियुक्त करती है.
- निवेश के लिए फिज़िकल एप्लिकेशन फॉर्म भरना होगा.
- चेक के साथ, KYC दस्तावेज देने होंगे.
- फॉर्म के साथ PAN कार्ड, एड्रेस प्रूफ देना होगा.
FD कितनी सुरक्षित, कैसे पता करें?
- रेटिंग के आधार पर FD का चुनाव कर सकते हैं.
- निवेश करने से पहले कंपनी की रेटिंग जरूर चेक करें.
- CRISIL, CARE, ICRA जैसी एजेंसीज देती हैं रेटिंग.
- कंपनी FD की रेटिंग AAA तो निवेश करना सुरक्षित.
- रेटिंग कम है तो इसमें कई जोखिम शामिल होंगे.
- ऐसे में निवेश के दौरान सतर्कता बरतना जरूरी.
कॉरपोरेट FD में निवेश अवधि
- कॉरपोरेट FD 1 साल से लेकर 7 साल तक की हो सकती हैं.
- ब्याज दर, लॉक-इन पीरियड, पूंजी की सुरक्षा भी देखें.
- इसी आधार पर FD की अवधि का चुनाव करें.
ऑनलाइन FD खोल सकते हैं?
- ऑनलाइन FD खोली जा सकती है.
- ये पूरी तरह से इंटरमीडियरी पर निर्भर.
- सुविधा है तो ऑनलाइन FD खोल सकते हैं.
कॉरपोरेट FD में निवेश पर कितना रिटर्न?
- कॉरपोरेट FD में रिटर्न यानि ब्याज दर तय.
- FD के वक्त जो तय होगा, वही ब्याज दर मिलेगी.
- पूरी मैच्योरिटी तक ब्याज दरें नहीं बदलेंगी.
- इसीलिए इन्हें 'फिक्स्ड इनकम असेट' कहते हैं.
किन निवेशकों के लिए अच्छा?
- जिन्हें रेगुलर इनकम चाहिए.
- बैंक FD के मुकाबले ज्यादा ब्याज दरें चाहते हैं.
किन बातों का रखें ख्याल?
- कंपनी की रेटिंग जरूर चेक करें.
- निवेश से पहले रिसर्च जरूर कर लें.
- कंपनी की बीते 3 साल की वित्तीय हालत देख लें.
- कंपनी की डिविडेंड हिस्ट्री का पता करें.
- जिस सेक्टर में कंपनी है, उसका प्रदर्शन देखें.
जरूरी बातें
- निवेश में विविधता के लिए एक से अधिक कंपनी चुनें.
- अलग-अलग सेक्टर, इंडस्ट्री में निवेश करने की सोचें.
- निवेश का 10% से ज्यादा एक ही कंपनी में नहीं डालें.
- केवल ऊंची ब्याज दर देखकर फैसला लेना सही नहीं.
- पता करें- तय ब्याज कितने समय में आपको मिलेगा?
- एप्लिकेशन फॉर्म में दी जानकारी ध्यान से पढ़ें.
- FD के लिए नॉमिनी जरूर नियुक्त कर लें.