Bank FD vs Post Office TD: बैंक एफडी या डाकघर टीडी, किसमें मिलेगा ज्यादा मुनाफा, यहां जानिए अपने फायदे की बात
Bank FD vs Post Office TD: मौजूदा समय में एक आम आदमी के पास सेविंग्स के कई ऑप्शन उपलब्ध हैं. सेविंग्स में मुख्य रूप से दो बातें सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती हैं. पहली ये कि आपको स्कीम से कितना रिटर्न मिल रहा है और दूसरी बात की आपका पैसा कितना सुरक्षित है.
Bank FD vs Post Office TD: मौजूदा समय में एक आम आदमी के पास सेविंग्स के कई ऑप्शन उपलब्ध हैं. सेविंग्स में मुख्य रूप से दो बातें सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती हैं. पहली ये कि आपको स्कीम से कितना रिटर्न मिल रहा है और दूसरी बात की आपका पैसा कितना सुरक्षित है. हालांकि, जहां जोखिम ज्यादा होता है वहां रिटर्न भी ज्यादा मिलता है और जहां जोखिम कम होता है वहां रिटर्न भी तुलनात्मक रूप से थोड़ा कम होता है. यही वजह है कि देश का आम आदमी कम जोखिम वाली स्कीम में पैसा लगाता है. इस लिहाज से ज्यादातर लोग बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) स्कीम पर सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं, जहां आपको तय अवधि के बाद एक तय ब्याज दर पर तय रिटर्न मिलता है.
बैंक एफडी या पोस्ट ऑफिस टीडी, आपके लिए क्या रहेगा बेस्ट
बैंक एफडी के अलावा पोस्ट ऑफिस की टीडी (Post Office Time Deposit) पर भी लोग बहुत भरोसा करते हैं. आज हम यहां आपको बैंक एफडी और डाकघर टीडी के बारे में कुछ जरूरी जानकारी देंगे, जिससे आप ये खुद तय कर पाएंगे कि आपके लिए कौन-सी स्कीम ज्यादा फायदेमंद है. लेकिन, उससे पहले आपके लिए ये जानना बहुत जरूरी है कि सेविंग्स स्कीम में उपलब्ध सभी स्कीम्स के अपने-अपने फायदे हैं. इस लिहाज से सभी सेविंग्स स्कीम्स अपने आप में सर्वश्रेष्ठ होती हैं.
बैंक एफडी
देश की आम जनता बैंक एफडी पर काफी भरोसा करती हैं क्योंकि यहां आपका पैसा न सिर्फ सुरक्षित रहता है बल्कि आपको एक तय ब्याज दर और तय समय पर तय रिटर्न भी मिलता है. बैंकों द्वारा एफडी पर दिया जाने वाला ब्याज, रिजर्व बैंक के रेपो रेट पर निर्भर करता है. भारतीय रिजर्व बैंक का रेपो रेट जिनता ज्यादा होगा, एफडी पर आपको उतना ही ज्यादा ब्याज भी मिलेगा. इसलिए एफडी पर मिलने वाली ब्याज दरों में हमेशा कम-ज्यादा होता रहता है.
इसके अलावा, अगर आप किसी बैंक में लंबे समय के लिए एफडी कराते हैं तो आपको ब्याज भी ज्यादा मिलता है. इसके अलावा, वरिष्ठ नागरिकों को सामान्य नागरिकों के मुकाबले 0.50 फीसदी ज्यादा ब्याज मिलता है. बताते चलें कि मौजूदा समय में बैंक एफडी पर औसतन 7 प्रतिशत का ब्याज दर मिल रहा है.
पोस्ट ऑफिस टीडी
बैंकों की तरह पोस्ट ऑफिस भी नागरिकों को कई तरह की सेविंग्स स्कीम्स के ऑप्शन उपलब्ध कराता है. पोस्ट ऑफिस की तमाम सेविंग्स स्कीम्स में टीडी यानी टाइम डिपॉजिट भी शामिल है. इस स्कीम के तहत निवेशकों को 1 साल से लेकर 5 साल तक की अवधि वाले टीडी खोलने का विकल्प मिलता है. टीडी की मैच्योरिटी के बाद इसकी अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है.
टीडी के तहत सिंगल अकाउंट और जॉइंट अकाउंट भी खोले जाते हैं. जॉइंट अकाउंट में अधिकतम 3 वयस्कों को शामिल किया जा सकता है. डाकघर टीडी खाता कम से कम 1000 रुपये से खोला जाता है, जिसके बाद आप इसमें न्यूनतम 100 रुपये भी निवेश कर सकते हैं. बताते चलें कि पोस्ट ऑफिस टीडी में निवेश की कोई लिमिट नहीं है. 5 साल की टीडी पर आयकर अधिनियम 1961 के सेक्शन 80सी के तहत टैक्स में छूट भी मिलती है. पोस्ट ऑफिस टीडी में 1 साल पर 6.6 प्रतिशत और 5 साल पर 7.0 प्रतिशत का ब्याज मिल रहा है.