पर्सनल लोन में उठा सकते हैं बैलेंस ट्रांसफर का फायदा, इन बातों का रखें ध्यान
Personal Loan: अगर आप अपने ऊपर से इंटरेस्ट के लोन को कम करना चाहते हैं तो बैलेंस ट्रांसफर का तरीका अपना सकते हैं. पैसों की जरूरत आने पर पर्सनल लोन का ऑप्शन आपके पास मौजूद होता है.
Personal Loan: पैसे की जरूरत पड़ने पर पर्सनल लोन का विकल्प काफी प्रचलित है. हालांकि पर्सनल लोन लेने के लिए आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होना जरूरी है. अगर आप अपने बाकि लोन की EMI टाइम से भरते हैं तो आपको ये आसानी से मिल जाता है. पर्सनल लोन के इंटरेस्ट रेट हाई होते हैं. ऐसे में अगर आप इंटरेस्ट के बोझ को कम करने का सच रहे हैं तो आप बैलेंस ट्रांसफर का तरीका अपना सकते हैं. इससे आपका इंटरेस्ट रेट भी कम होता है. आपका रनिंग लोन पर्सनल बैलेंस ट्रांसफर करने से एक बैंक से दूसरे बैंक में ट्रांसफर किया जा सकता है.
कब मिल सकता है फायदा
ऐसा होना तभी संभव है जब दूसरा बैंक आपको लोन देने के लिए तैयार हो. जो तब ही संभव है जब आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होगा. अगर ऐसा है तो दूसरे बैंक आपको वर्तमान में मिलने वाले इंटरेस्ट के मुकाबले कम इंटरेस्ट पर लोन ऑफर करते हैं.
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जानिए इसके फायदे
1. बैलेंस ट्रांसफर होने पर इंटरेस्ट रेट कम होती है जिससे आपकी EMI का अमाउंट भी कम हो जाता है.
2. दूसरे बैंक के कस्टमर्स को अपना ग्राहक बनाने के लिए अच्छे और आकर्षक ब्याज दर ऑफर करते हैं.
3. लोन जारी रहते हुए भी बैलेंस ट्रांसफर की सुविधा ली जा सकती है.
इन बातों का रखें ध्यान
यह ध्यान दें कि बैलेंस ट्रांसफर के बाद आपकी मंथली किश्त लोन की ड्यूरेशन में चेंज के बिना भी कम हो सकती हो.
प्रोसेसिंग फीस और अन्य तरह के चार्ज के बारे में जानकारी लें.
नया बैंक आपको जिस इंटरेस्ट रेट पर लोन दे रहा है वह टीजर लोन नहीं होना चाहिए.
लोन की कुल रकम कैलकुलेट करने के बाद ही ऐसा करें.