इंटरनेट पर फाइनेंशियल टिप्स देने वालों की खैर नहीं! डिग्री और SEBI रजिस्ट्रेशन नहीं दिखाया तो... ASCI ने जारी की गाइडलाइंस
Guidelines for Finfluencers: फाइनेंशियल सलाह देने वाले इंफ्लुएंसर्स को लेकर SEBI के साथ ASCI सजगता दिखा रहे हैं. अब ASCI ने इसके लिए कुछ नई गाइडलाइंस रिलीज की हैं.
Guidelines for Finfluencers: Finfluencers यानी सोशल मीडिया पर फाइनेंशियल सलाह देने वाले इंफ्लुएंसर्स को लेकर पिछले कुछ वक्त से मार्केट रेगुलेटर SEBI के साथ ASCI (Advertising standard counsel of India) भी सजगता दिखा रहे हैं. इस संबंध में लगातार गाइडलाइंस जारी की जा रही हैं. अब ASCI ने इसके लिए कुछ नई गाइडलाइंस रिलीज की हैं.
दरअसल, इंटरनेट पर बिना किसी Financial knowledge के लोगों को निवेश की सलाह देना- स्टॉक मार्केट में पैसे लगा कर गारंटीड रिटर्न का वादा करना या क्रिप्टो में पैसे लगाने को मुनाफे का सौदा बताना या फिर पैसे लेकर कोई भी financial product खरीदने की सलाह देने वाले Finfluencers पर सरकार की पैनी नजर है. ऐसे ही कुछ फ्रॉड financial influencers पर नकेल कसने के लिये ASCI नई गाइडलाइंस लाया है.
Finfluencers के लिए ASCI की नई गाइडलाइन
1. अगर influencer BFSI space यानी कि Banking, Financial services और Insurance के स्पेस में कंटेंट बना रहा है तो उसके पास मान्यता होनी चाहिए वैसा कंटेंट बनाने की.
2. अगर स्टॉक मार्केट या किसी भी तरह के निवेश की सलाह दे रहा है तो उसके पास SEBI registration नंबर होना चाहिए और वो नंबर उसके नाम और qualifications में दिखना चाहिए.
3. Finance के विषय में सलाह दे रहे हैं तो उससे जुड़ी qualification होना ज़रूरी है जैसे कि CA, CS इत्यादि.
4. कोई इंश्योरेंस पॉलिसी बेच रहे हैं तो IRDAI का लाइसेंस होना चाहिए.
5. कंटेंट में रिस्क का full disclosure होना चाहिए जोकि financial regulators तय कर चुके हैं.
6. Finance के स्पेस में बनने वाले हर एक कंटेंट में Influencer के लिए अपना रजिस्ट्रेशन नंबर या मान्यता बताना जरूरी है, जैसे कि:
- अगर पॉडकास्ट है तो यह information पॉडकास्ट की शुरूआत में बताना जरूरी है.
- अगर वीडियो है तो वीडियो के opening remarks में information बताना ज़रूरी है.
- अगर ब्लॉग है तो यह जानकारी पढ़ने वालों के लिये एकदम शुरूआत में होनी चाहिए.
- वीडियो या फ़ोटो में यह जानकारी superimpose भी की जा सकती है.
ASCI पहले ही गाइडलाइंस में बता चुकी है कि हर एक कंटेंट जो पेड है उसे AD या advertisement शब्द के इस्तेमाल से बताना जरूरी है कि यह कंटेंट organic नहीं है.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें