7वां वेतन आयोग : कर्मचारियों की बड़ी डिमांड हुई पूरी, विदेश में भी मिलेगी यह सुविधा
हेल्थ मिनिस्ट्री ने सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (Central Government Health Scheme, CGHS) में और ढील दी है. यानि CGHS सदस्य अगर ज्यादा समय के लिए विदेश जा रहे हैं तो उन्हें 6 महीने की दवाई एडवांस में ही मिल जाएगी.
मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों की बड़ी डिमांड पूरी कर दी है. हेल्थ मिनिस्ट्री ने सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (Central Government Health Scheme, CGHS) में और ढील दी है. यानि CGHS सदस्य अगर ज्यादा समय के लिए विदेश जा रहे हैं तो उन्हें 6 महीने की दवाई एडवांस में ही मिल जाएगी. इसके लिए चीफ मेडिकल अफसर को अधिकृत किया गया है.
मिनिस्ट्री ने अपने आदेश में कहा कि जो केंद्रीय कर्मचारी CGHS के सदस्य और 6 महीने के लिए विदेश में रहेंगे. उन्हें OPD दवाएं एडवांस में दी जाएंगी ताकि वे उन्हें अपने साथ ले जा सकें. इसके लिए कुछ जरूरी दस्तावेज लगेंगे. मसलन CGHS कार्ड की कॉपी, 6 महीने का डॉक्टर का पर्चा, विदेश जाने के लिए हवाई टिकट और वीजा की कॉपी. 'जी बिजनेस' के पास हेल्थ मिनिस्ट्री के इस आदेश की कॉपी है.
आपको बता दें कि सरकार ने बीते दिनों केंद्रीय कर्मचारियों और उनके परिवारवालों को चुने हुए प्राइवेट अस्पतालों में फ्री इलाज की सुविधा दी है. केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनरों की संख्या 1.1 करोड़ के आसपास है. इस योजना से उन्हें अच्छा इलाज मिलना शुरू हो गया है.
क्या है स्कीम
केंद्रीय कर्मचारी को इस योजना का लाभ लेने के लिए CGHS कार्ड बनवाना होगा. इससे वह सरकारी अस्पतालों में फ्री इलाज करा सकते हैं. प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने पर फीस में छूट मिलेगी.
कार्ड क्यों जरूरी
पहले कर्मचरियों को डिस्पेंसरी के काउंटर से नंबर लेना पड़ता था. सरकार ने इसी व्यवस्था को बदल दिया है. कर्मचारियों को CGHS प्लास्टिक कार्ड दिया गया है जिससे वे देश के किसी भी अस्पताल में इलाज करा सकें.
कैसे बनेगा कार्ड
cghs.gov.in की वेबसाइट पर CGHS कार्ड बनवाने के लिए अप्लाई करना होगा. साथ ही कुछ दस्तावेज भी ऑनलाइन जमा कराने होंगे. यहां कार्ड रिन्यूवल का भी ऑप्शन है. ऑनलाइन फॉर्म भरने के एक महीने बाद आपका प्लास्टिक कार्ड बनकर घर पर आ जाएगा.