नए पेंशनरों (Pensioner) के लिए अच्‍छी खबर है. मोदी सरकार पूरे सिस्‍टम को डिजिटाइज (Digitize) करने जा रही है. इससे पेंशनरों को अब इलेक्‍ट्रॉनिक पेंशन पेमेंट ऑर्डर (PPO) जारी होगा. इससे किसी भी पेंशनर के खाते की पूरी जानकारी बैंक (Bank), सेंट्रल पेंशन अकाउंटिंग ऑफिस (CPAO) और पेंशन एंड अकाउंटस ऑफिस (PAO) के बीच आसानी से साझा हो जाएगी. 

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पेंशनरों पर क्‍या पड़ेगा असर

मौजूदा व्‍यव‍स्‍था में पेंशन से जुड़ा आधा काम ऑनलाइन होता है जबकि आधा काम मैनुअल. इस इलेक्‍ट्रॉनिक प्रक्रिया से जब कोई कर्मचारी रिटायर होगा तो उसकी पेंशन फिक्‍सेशन जल्‍द हो जाएगा, जिस प्रक्रिया में मौजूदा समय 2 से 3 महीने लगते हैं.

क्‍या है मौजूदा व्‍यवस्‍था 

आल इंडिया अकाउंट एंड आडिट कमेटी के जनरल सेक्रेटरी एचएस तिवारी ने बताया कि अभी किसी रिटायर कर्मचारी की पेंशन कई जगह घूमकर उसके बैंक खाते में पहुंचती है. केंद्रीय कर्मचारियों के मामले में पहले हेड ऑफिस इसे प्रोसेस कर PAO को भेजता है. वहां से पेंशन पेपर CPAO के पास जाते हैं और फिर बैंक में ट्रांसफर होते हैं. फिर बैंक पेंशन रिलीज करता है. यह PDF फॉर्मेट में भेजे जाते हैं.

अब क्‍या होगा

'जी बिजनेस' के पास फाइनेंस मिनिस्‍ट्री के इस आदेश की कॉपी है. इसके मुताबिक अब बैंकों को e-PPO यानि इलेक्‍ट्रॉनिक PPO भेजे जाएंगे. इसके लिए बैंकों का पेंशन सॉफ्टवेयर अपडेट किया जाएगा. कुछ समय के लिए बैंकों के पास मैनुअल PPO बुकलेट भी भेजी जाएगी ताकि कोई प्रॉब्‍लम न खड़ी हो.

PPO बुकलेट ही अहम

आदेश में यह भी कहा गया है कि PPO की बु‍कलेट में दी गई जानकारी ही सही मानी जाएगी और अगर PDF फाइल में कोई गलती मिलती है ते PPO बुकलेट को फॉलो किया जाएगा. इस आदेश की कॉपी को सभी बैंकों के पास भेजा जा चुका है.