पहली जॉब मिलते ही शुरू कर दें ये 4 Investments, फ्यूचर में आपके पास होगा पैसा ही पैसा
आमतौर पर 24-25 साल की उम्र पर आपके ऊपर बहुत ज्यादा जिम्मेदारियों का बोझ नहीं होता. ऐसे में आपको अपनी सैलरी से ज्यादा से ज्यादा बचत करके उसे निवेश करना चाहिए. जानिए ऐसे 4 इन्वेस्टमेंट जिन्हें पहली जॉब के साथ ही शुरू कर देना चाहिए.
जब किसी की पहली नौकरी लगती है और पहली सैलरी अकाउंट में क्रेडिट होती है तो उसकी खुशी ही कुछ और होती है. अक्सर लोग पहली सैलरी को नई नौकरी लगने की खुशी में पार्टी, गिफ्ट्स वगैरह देने में खर्च कर देते हैं. आप बेशक पहली सैलरी से नई नौकरी का जश्न मनाएं, लेकिन ये हमेशा याद रखें कि यही वो उम्र होती है जो आपके भविष्य को भी बेहतर बना सकती है. आमतौर पर 24-25 साल की उम्र पर आपके ऊपर बहुत ज्यादा जिम्मेदारियों का बोझ नहीं होता. ऐसे में आपको अपनी सैलरी से ज्यादा से ज्यादा बचत करके उसे निवेश करना चाहिए.
ज्यादातर एक्सपर्ट्स कहते हैं कि हर व्यक्ति को अपनी पहली सैलरी से ही 20 से 30 फीसदी रकम की बचत जरूर करनी चाहिए और बचत की हुई इस रकम को अलग-अलग जगहों पर निवेश करना चाहिए. आप जितनी जल्दी निवेश की शुरुआत करते है, उतना बड़ा फंड अपने फ्यूचर के लिए जमा कर सकते हैं. यहां जानिए ऐसे 4 इन्वेस्टमेंट जिन्हें पहली जॉब के साथ ही शुरू कर देना चाहिए. अगर आपने ऐसा कर लिया तो फ्यूचर में पैसों के मामले में कभी परेशान नहीं होना होगा.
SIP शुरू करें
आपकी सैलरी से जो भी रकम बचत की है, उसे अलग-अलग जगहों पर निवेश करें. निवेश के इन ऑप्शंस में SIP को जरूर शामिल करें. एक्सपर्ट मानते हैं कि इस स्कीम में महंगाई को मात देने का दम है. एसआईपी फ्यूचर में आपके लिए बहुत मोटा फंड तैयार कर सकती है. SIP के जरिए आप म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते हैं. ये निवेश आप 500, 1,000, 2,000 रुपए से भी शुरू कर सकते हैं और समय के साथ जैसे-जैसे आमदनी बढ़े, आप SIP में अपने निवेश को बढ़ा सकते हैं या फिर नई SIP शुरू कर सकते हैं. SIP को आप जितना लंबे समय तक चलाएंगे उतना ही बेहतर कंपाउंडिंग का फायदा ले पाएंगे और उतना ही बड़ा फंड जमा कर पाएंगे.
गारंटीड रिटर्न वाली स्कीम में निवेश
SIP के अलावा आपको शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म वाली कुछ सरकारी स्कीम्स में भी निवेश करना चाहिए. आपके पास जब एकमुश्त रकम जमा हो आप उसे एफडी में निवेश कर सकते हैं. इसके अलावा आरडी, पीपीएफ या पोस्ट ऑफिस की किसी स्कीम को चुन सकते हैं.
इमरजेंसी फंड को न करें इग्नोर
इमरजेंसी फंड को अक्सर लोग इग्नोर करते हैं, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए. इमरजेंसी फंड आने वाली किसी भी आपात स्थिति जैसे- नौकरी चले जाने, बिजनेस ठप होने या परिवार पर कोई बड़ी मुसीबत आने पर काफी काम आता है. अगर इमरजेंसी फंड है तो आपको न ही अपनी किसी पॉलिसी को तुड़वाने की जरूरत पड़ेगी और न ही किसी से पैसा मांगने की जरूरत पड़ेगी. ज्यादातर एक्सपर्ट्स का मानना है कि किसी भी व्यक्ति को अपनी छह महीने की सैलरी के बराबर पैसे को इमरजेंसी फंड के तौर पर रखना चाहिए. ये फंड आपके निवेश या बचत का हिस्सा नहीं होना चाहिए. इस फंड को किसी ऐसी जगह रखें, जहां से ये आपको आसानी से उपलब्ध हो सके. आप बैंक में इसकी एफडी बनवाकर भी डाल सकते हैं.
हेल्थ इंश्योरेंस
चौथा और बहुत इंर्पोटेंट इन्वेस्टमेंट है हेल्थ इंश्योरेंस. आज भी तमाम लोग इसे सीरियस नहीं लेते, लेकिन ये बहुत जरूरी है. किसी को भी नहीं पता कि सेहत को लेकर कब इमरजेंसी की नौबत आ जाएगी. इसके अलावा आपके माता-पिता भी अगर बुजुर्ग हैं, तो उन्हें भी इस उम्र पर अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ सकते हैं. अगर आप इन स्थितियों के लिए खुद को तैयार नहीं करेंगे, तो आपको आगे चलकर आर्थिक परेशानी उठानी पड़ेगी. इसलिए पहली जॉब के साथ हेल्थ इंश्योरेंस जरूर खरीदें. मासिक प्रीमियम के साथ आप आसानी से इसे भर सकते हैं. इंश्योरेंस में जल्दी निवेश करने का एक फायदा ये है कि आपको कम प्रीमियम पर अच्छा कवर मिल सकता है.