कोरोना वायरस पर लगाम लगाने के लिए देश भर में लॉकडाउन किया गया है.  इस लॉकडाउन में कुछ राहत मिलने के बाद सभी प्रदेशों ने अपने फंसे हुए श्रमिकों और कामगारों को निकालना शुरू कर दिया है. भारतीय रेलवे इन श्रमिकों को निकालने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें भी चला रहा है. ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) प्रदेश में वापस आ रहे श्रमिकों और कामगारों को रोजगार (Employment) देने के लिए बड़े पैमाने पर प्लान तैयार कर रही है.  प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने प्रदेश में 15 से 20 लाख लोगों को रोजगार देने के लिए प्लान तैयार करने के निर्देश दिए हैं.  

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श्रमिकों का डेटा तैयार होगा

उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी निर्देशों के तहत जो भी श्रमिक या कामगार (Labor or worker) अपने प्रदेश में वापस आ रहे हैं उनके नाम, पता और मोबाइल नम्बर के साथ वो किस तरह का काम करने के योग्य हैं और उनकी क्या क्षमताएं हैं इसका पूरा डेटा तैयार करने के लिए कहा गया है. मुख्यमंत्री की ओर से जारी किए गए निर्देशों के मुताबिक श्रमिकों और कामगारों की योग्यता के मुताबिक उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्लान तैयार किया जाएगा.  

 

श्रमिकों को वापस लाने के निर्देश

मुख्यमंत्री की ओर से की गई समीक्षा बैठक में ये कहा गया कि सभी राज्य सरकारों को उत्तर प्रदेश के श्रमिकों और कामगारों की सूची उपलब्ध करा दी जाए ताकि वो उनका हेल्थ चेकअप करके उन्हें वापस उत्तर प्रदेश भेजने की प्रक्रिया को शुरू कर सकें. वहीं सभी जिलों को इनफ्रारेड थर्मामीटर (Infrared thermometer) देने की बात कही गई है. इसके जरिए श्रमिकों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी.   जो भी श्रमिक अन्य राज्यों से आएंगे उन्हें 14 दिन क्वारंटीन में रहना पड़ेगा. अगर उनकी तबियत बिगड़ती है तो उनके इलाज की व्यवस्था की जाएगी.  

जॉबकार्ड बनाने के लिए कहा गया

देश में किए गए लॉकडाउन (Lockdown) के चलते बड़ी संख्या में उद्योग- धंधे बंद हैं. ऐसे में बड़ी संख्या में लोग रोजगार (Employment)न होने के चलते अपने गांवों की ओर लौट गए हैं. ऐसे लोगों के सामाने रोजगार और आय के संकट को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी जिलों को निर्देश जारी किए हैं कि ऐसे जो भी लोग जो शहरों से अपने परिवारों के साथ गांवा लौट आए हैं और ये लोग अगर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (Mahatma Gandhi National Rural Employment Guarantee Scheme) के तहत काम करना चाहते हैं तो तत्काल इनके जॉबकार्ड  बनाए जाएं.

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इन लोगों का नाम जोड़ा जाएगा

सरकार की ओर से जारी किए गए निर्देशों के तहत अगर कोई व्यक्ति काफी समय के बाद लौटा हो और उसका नाम परिवार के जॉबकार्ड (job card) में नहीं है तो उसका नाम परिवार के जॉबकॉर्ड में जोड़ा जाए. वहीं जिन लोगों का जॉबकार्ड पहले से बना है लेकिन किन्हीं कारणों से खो गया है या फट गया है तो उनको जॉबकार्ड की डुप्लीकेट कॉपी दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं.