देश की आईटी क्षेत्र की बड़ी कंपनी टेक महिंद्रा ने अपने कर्मियों के रिटायरमेंट ऐज को 58 साल से घटा कर 55 साल कर दिया है. कंपनी का मानना है कि बहुत पुराने कर्मी किसी बदलाव के लिए तैयार नहीं होते हैं. वहीं आईटी उद्योग में बहुत तेजी से बदलाव होते हैं. कंपनी की ओर से रिटायरमेंट की उम्र घटाने की नीति उन कर्मियों पर लागू होगी जिनका अनुभव सात साल से कम है. ऐसे में वर्तमान समय में कंपनी में काम कर रहे वरिष्ठ कर्मियों पर इस नीति का असर नहीं होगा. अंग्रेजी के अखबार टाइम ऑफ इंडिया ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है.

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कम अनुभव वाले कर्मियों पर पड़ेगा असर

टेक महिंद्रा की इस नीति का असर उन कर्मियों पर ही पड़ेगा जिनका अनुभव कम है और वो लम्बे समय तक इस कंपनी में रहते हैं. टेक महिंद्रा के इस कदम से स्पष्ट है कि देश के पांचवें सबसे बड़े उद्योग आईटी क्षेत्र में विकास के साथ बदलाव जारी रहेंगे. वहीं ऐसे कर्मी जो बदलाव के लिए तैयार नहीं हैं उन्हें आने वाले समय में मुश्किल हो सकती है.

कई कंपनियां कर्मचारियों को जल्द कर रही हैं रिटायर

केपीएमजी इंडिया के people performance and culture प्रमुख उमेश पवांर के अनुसार आईटी उद्योग में तकनीक काफी तेजी से बदल रही है. इसी आधार पर कंपनियां नए टैलेंट की तलाश में हमेशा रहती हैं. यह बाजार की मांग है और इस पर सभी कंपनियों को काम करना ही होगा.पिछले वर्ष कॉगनीजेंट टेक्नॉलाजी सल्यूशंस कंपनी ने अपने 400 सीनियर कर्मियों को स्वैच्छिक सेवानिवृति का मौका दिया था. वहीं वहीं वेरीजोन कम्यूनिकेशन ने हाल ही में अपने एक्जीक्यूटिव व मैनेजर्स के लिए समय से पहले रिटायरमेंट का प्लान ऑफर किया है. इसी तरह आईबीएम ने पिछले साल यूके में अपनी ग्लोबल टेक सर्विसेज में स्वैच्छिक सेवानिवृति की योजना लागू की थी.