भारत में सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर सेक्टर की आईटी कंपनियों में बीते छह महीने में स्किल्ड फ्रेशर्स की मांग 5 प्रतिशत बढ़ी है. हाल ही में आई एक रिपोर्ट में ये दावा किया गया है. टैलेंट प्लेटफॉर्म फाउंडिट (पूर्व मॉन्स्टर) की ओर से जारी किए डेटा में बताया गया कि नए ग्रेजुएट लोगों को आईटी सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर इंडस्ट्रीज में उच्च वेतन मिल रहा है. इसकी औसत रेंज 4.07 लाख रुपये से लेकर 7.49 लाख रुपये प्रति वर्ष के बीच है.

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इसके बाद बैंकिंग फाइनेंसियल सर्विसेज एंड इंश्योरेंस (बीएफएसआई) का नाम आता है. यहां औसत वेतन 3.06 लाख रुपये से लेकर 5.49 लाख रुपये प्रति वर्ष है. इसके बाद ऑटोमोटिव, इंजीनियरिंग, एफएमसीजी, फूड एंड पैकेज्ड फूड इंडस्ट्री का नाम आता है. जहां औसत वेतन 3.11 लाख रुपये से लेकर 5.38 लाख रुपये प्रति वर्ष है.

बेंगलुरु-मुंबई में फ्रेशर्स को मिल रही कितनी सैलरी?

डेटा के मुताबिक, बेंगलुरु में फ्रेशर्स को सबसे ज्यादा औसत 4.16 लाख रुपये प्रति वर्ष का वेतन मिलता है और वहीं, मुंबई में फ्रेशर्स के लिए औसत वेतन 3.99 लाख रुपये प्रति वर्ष है. दिल्ली और बेंगलुरु की आईटी कंपनियों में सबसे ज्यादा फ्रेशर्स की मांग है. इसके बाद मुंबई, चेन्नई और पुणे का नाम है.

स्टार्टअप्स दे रहे स्किल को अहमियत

फाउंडिट के सीईओ शेखर गरिसा ने कहा कि हमने एक ट्रेंड स्पष्ट रूप से देखा कि स्टार्टअप और अन्य कंपनियां शिक्षा की जगह स्किल को अधिक महत्व दे रही हैं. युवाओं को अपना फोकस अच्छी स्किल को हासिल करने में लगाना चाहिए.