RPF Recruitment: रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स में कॉन्स्टेबल और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के 9500 पदों पर निकली भर्ती, जानिए सच
RPF India Recruitment: अभी हाल ही में देश के कई न्यूज वेबसाइट्स पर खबरें चलाई गईं कि RPF में कॉन्स्टेबल और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के 9500 पदों पर वेकेंसी जारी की है. बताते चलें कि RPF यानी रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स, देशभर में भारतीय रेल की संपत्तियों और यात्रियों की सुरक्षा करती है.
RPF India Recruitment: अभी हाल ही में देश के कई न्यूज वेबसाइट्स पर खबरें चलाई गईं कि RPF में कॉन्स्टेबल और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के 9500 पदों पर वेकेंसी जारी की है. बताते चलें कि RPF यानी रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स, देशभर में भारतीय रेल की संपत्तियों और यात्रियों की सुरक्षा करती है. रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स में कॉन्स्टेबल और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के 9500 पदों पर वेकेंसी की खबरें चलीं तो युवाओं में हलचल मच गई. दरअसल, खबरों में बताया गया कि भारतीय रेल ने 9500 पदों के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है, जहां 10वीं पास, 12वीं पास और ग्रेजुएट युवा आवेदन कर सकते हैं.
PIB Fact Check की जांच पड़ताल सच्चाई से उठा पर्दा
खबर चलने के बाद मची हलचल और मामले की गंभीरता को देखते हुए जब इसकी जांच-पड़ताल की गई तो सारा सच सामने आ गया. PIB Fact Check ने अपनी जांच में पाया कि रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स में 9500 पदों पर कॉन्स्टेबल और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर की भर्ती की खबर फर्जी है, इसका सीधा मतलब ये हुआ कि रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स में कोई वैकेंसी नहीं निकली हैं. PIB Fact Check ने इसके साथ ही ये भी बताया कि Railway Protection Force में भर्ती से जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी के लिए रेल मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट rpf.indianrailways.gov.in पर ही जाएं.
Railway Protection Force क्या है
RPF यानी रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स एक सुरक्षा बल है जो भारतीय रेल के अधीन काम करता है. RPF का मुख्य काम रेलवे की संपत्ति, रेलवे के क्षेत्र और रेल यात्रियों की सुरक्षा करना है. RPF, रेल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित कर उनमें भारतीय रेल द्वारा चलाई जाने वाली ट्रेनों में यात्रा करने वाली जनता का विश्वास बढ़ाता है. बताते चलें कि जनवरी, 2020 तक रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स में काम करने वाले कुल जवानों की संख्या करीब 80 हजार थी, जिनमें 8000 महिला जवान शामिल हैं. इतना ही नहीं, RPF देश का ऐसा पहला अर्धसैनिक बल भी बना, जिसमें सबसे ज्यादा महिला जवान शामिल हैं.