MSME सेक्टर में पैदा होंगे बड़े पैमाने पर रोजगार, सरकार ने बनाई यह रणनीति
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग सेक्टर देश में सबसे ज्यादा रोजगार पैदा करने वाला क्षेत्र है. केंद्र सरकार इस सेक्टर को बढ़ावा देने और इसमें रोजगार के ज्यादा से ज्याद अवसर मुहैया कराने के लिए कई योजनाएं तैयार कर रही है.
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग सेक्टर देश में सबसे ज्यादा रोजगार पैदा करने वाला क्षेत्र है. केंद्र सरकार इस सेक्टर को बढ़ावा देने और इसमें रोजगार के ज्यादा से ज्याद अवसर मुहैया कराने के लिए कई योजनाएं तैयार कर रही है. सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि वह सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम क्षेत्र में रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए पूरी ताकत के साथ करेंगे.
केंद्र में गठित नई सरकार में नितिन गडकरी को एमएसएमई मंत्रालय के साथ सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की भी जिम्मेदारी दी गई है. हालांकि मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भी यह मंत्रालय गडकरी के ही पास था. गडकरी ने कहा कि उन्होंने अगले डेढ़ साल में हर रोज 40 किलोमीटर सड़क बिछाने का एक नया लक्ष्य रखा है.
एमएसएमई मंत्रालय की नई जिम्मेदारी मिलने पर गडकरी ने कहा, ''यह पोर्टफोलियो सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों देश की आर्थिक वृद्धि और रोजगार सृजन से जुड़ा है. प्रधानमंत्री की इच्छा है कि इस क्षेत्र में रोजगार बढ़े, जो कि अभी बहुत कम है. इस क्षेत्र से रोजगार सृजन बढ़ना चाहिए."
गडकरी ने यह भी कहा कि उन्होंने देशभर में सड़क के किनारों जन सुविधाएं बनाने का फैसला किया है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस बार सरकार ने सड़कों के किनारे अगले पांच वर्षों में 125 करोड़ पेड़ लगाने का फैसला किया है, जितनी कि देश की आबादी है. उन्होंने कहा कि वह बड़े पैमाने पर सड़क के किनारे जन सुविधाएं स्थापित करने पर विचार कर रहे हैं और ऐसी 2,000 सुविधाएं स्थापित की जाएंगी. मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस-वे काम शुरू हो गया है और 12 अन्य एक्सप्रेस-वे परियोजनाएं अगले तीन महीनों में पूरी हो जाएंगी.
(इनपुट भाषा से)