कहते है हर नई तकनीक अपने साथ सुनहरे मौके लेकर आती है. भारत तेजी से डिजिटल हो रहा है. हालांकि कुछ लोगों को इस बदलते भारत में रोजगार का संकट खड़ा होने का आशंका रहती है, लेकिन ऐसा नहीं है. अगर हम डिजिटल होते भारत की बात करें तो न्यू इंडिया में रोजकार के हजार नहीं, लाख नहीं बल्कि करोड़ों अवसर पैदा होने जा रहे हैं.

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देश में इंटरनेट सेवा क्षेत्र 2022 तक 1.2 करोड़ नये रोजगार सृजित कर सकता है. फिलहाल इस क्षेत्र में करीब 10 लाख लोग को नौकरी मिली हुई है. इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन आफ इंडिया द्वारा प्रकाशित ‘भारत में इंटरनेट सेवाओं का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव’ शीर्षक से जारी रिपोर्ट के अनुसार मोटेतौर पर करीब 33.8 अरब डालर मूल्य का क्षेत्र 2022 में 76.4 अरब डालर का हो जाने का अनुमान है. 

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि देश में इंटरनेट उपयोग करने वालों की संख्या 48.1 करोड़ से बढ़कर 2022 तक 76.2 करोड़ होने की उम्मीद है. इसका प्रमुख कारण इंटरनेट कनेक्टिविटी का सस्ता होना है. इसके अनुसार देश में स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं की संख्या भी 1.75 गुना बढ़कर 52.6 करोड़ पहुंच जाने का अनुमान है.

इंटरनेट सेवा की प्रौद्योगिकी और कारोबारी पक्ष के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि बुनियादी तौर पर इंटरनेट जरूरत के अनुसार चीजों में बदलाव लाने के साथ ग्राहकों की आकांक्षाओं और मांग को पूरा करने में मददगार होगा.

इसमें कहा गया है कि सरकार की अनुकूल नीतियों, इंटरनेट कनेक्टिविटी के विस्तार के लिये बेहतर ढांचागत सुविधा, विकसित वितरण नेटवतर्क समेत अन्य चीजों से क्षेत्र 124 अरब डालर का हो सकता है.