Office environment: करियर ही नहीं, सेहत के लिए भी हानिकारक होते हैं बुरे बॉस
अक्सर देखा गया है कि ऑफिस में काम करने वाले लोग अपने बॉस से परेशान होते हैं. शिकायत करते हैं कि बॉस बिना बात परेशान करते हैं... चिल्लाते हैं... सही काम को भी गलत बताते हैं... कभी काम की तारीफ नहीं करते... वगैरह वगैरह, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपका बुरा बॉस आपके दिल के लिए भी बुरा है. अमेरिका में हुई एक रिसर्च में ये बात सामने आई है.
अक्सर देखा गया है कि ऑफिस में काम करने वाले लोग अपने बॉस से परेशान होते हैं. शिकायत करते हैं कि बॉस बिना बात परेशान करते हैं... चिल्लाते हैं... सही काम को भी गलत बताते हैं... कभी काम की तारीफ नहीं करते... वगैरह वगैरह, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपका बुरा बॉस आपके दिल के लिए भी बुरा है. अमेरिका में हुई एक रिसर्च में ये बात सामने आई है.
ऑफिस में काम करते हैं तो कुछ और हो न हो एक शिकायत तो जरूर होगी कि बॉस बड़ा परेशान करते हैं. आप ही नहीं बल्कि पूरी टीम उनके जुल्मों से त्रस्त है. बिना चिल्लाए बात नहीं करते. कहीं भी बेइज्जती कर देते हैं. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि बॉस के बर्ताव का असर कर्मचारियों की सेहत पर पड़ता है. अमेरिका में हुई एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि ऑफिस का नकारात्मक वातावरण सेहत के लिए अच्छा नहीं है.
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एनवायरनमेंट रिसर्च एंड पब्लिक हेल्थ की रिसर्च के मुताबिक इससे दिल से जुड़ी बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है. ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज होने की संभावना बढ़ जाती है. इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एनवायरनमेंट रिसर्च एंड पब्लिक हेल्थ में 4 लाख से ज्यादा कर्मचारियों पर किए गए रिसर्च के आधार पर छपी इस रिपोर्ट में कहा गया है कि-
1. बुरे वातावरण में काम करने वाले ज्यादातर लोग धूम्रपान करने लगते हैं.
2. ऐसे लोगों में हाई ब्लडप्रेशर, डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है.
3. खराब खान-पान, मोटापा, हाई कोलेस्ट्रॉल की आशंका भी होती है.
4. टेंशन में धकाधक सिगरेट पीने से कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है.
5. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि खराब वातावरण के पीछे बॉस की अहम भूमिका होती है.
6. इस वजह से लोग नौकरी छोड़ने को भी मजबूर हो जाते हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO का भी मानना है कि दिल संबंधी बीमारियां विश्व में सबसे ज्यादा मौतों की वजह है. ये कोई एक बीमारी नहीं बल्कि बीमारियों का समूह की तरह है, जिसमें धमनियों से लेकर दिल की दीवारों तक के रोग शामिल हैं और ध्यान न देने पर ये हार्ट अटैक तक का रूप भी ले सकता है.
ऑफिस का खराब वातावरण, बॉस का खराब व्यवहार काम के तनाव को बढ़ा देता है. इसे तकनीकी रूप से बर्न आउट कहते हैं. हालांकि बर्न आउट कोई बीमारी नहीं है, लेकिन ये बातें बताती हैं कि इस कंपटीशन के दौर में जब फुर्सत सांस लेने तक की नहीं होती, बॉस का बुरा लगातार बर्ताव आपको बीमार बना सकता है. इसका असर सिर्फ आप पर ही नहीं बल्कि आपके परिवार पर भी पड़ता है.