सरकारी नौकरी: 8 जुलाई को आएगा केंद्रीय विद्यालय के 7000 से अधिक पदों पर भर्ती का रिजल्ट
एचआरडी मिनिस्ट्री ने केन्द्रीय विद्यालय संगठन में 7000 से अधिक शिक्षकों एवं अन्य पदों पर नियुक्ति का रास्ता साफ कर दिया है. केन्द्रीय विद्यालय में विभिन्न पदों पर कुल 7499 नियुक्ति के लिए हुई परीक्षाओं का परिणाम 8 जुलाई को घोषित किए जाएंगे.
एचआरडी मिनिस्ट्री ने केन्द्रीय विद्यालय संगठन में 7000 से अधिक शिक्षकों एवं अन्य पदों पर नियुक्ति का रास्ता साफ कर दिया है. केन्द्रीय विद्यालय में विभिन्न पदों पर कुल 7499 नियुक्ति के लिए हुई परीक्षाओं का परिणाम 8 जुलाई को घोषित किए जाएंगे. केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने नई दिल्ली में आयोजित केन्द्रीय विद्यालय संगठन के 8वें उपायुक्त सम्मेलन में यह घोषणा की. केन्द्रीय मंत्री ने कहा, 'मानव संसाधन विकास मंत्रालय रिक्त पड़े पदों को शीघ्र भरने के लिए गंभीर है. रिक्त पदों को भरकर हम केंद्रीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं.'
गौरतलब है कि केन्द्रीय विद्यालय संगठन ने अधिकारियों, शिक्षकों एवं गैर-शैक्षिक कर्मचारियों के पदों पर सीधी भर्ती द्वारा चयन करने हेतु 2018 में भर्ती परीक्षा का आयोजन किया था. अभी तक केन्द्रीय विद्यालय संगठन द्वारा कुल 1944 पदों के परिणाम घोषित किये जा चुके हैं और नियुक्तियां प्रदान की जा चुकी हैं. घोषित किये जा चुके परिणामों में 76 प्राचार्य, 217 उप प्राचार्य, 1079 स्नातकोत्तर शिक्षक, 340 स्नातक शिक्षक (विविध श्रेणी), 95 पुस्तकालयाध्यक्ष व 137 प्राथमिक शिक्षक (संगीत) शामिल हैं.
8 जुलाई को घोषित किये जाने वाले परिणामों में कुल 7499 पद शामिल हैं. इसमें 4 उपायुक्त, 3 उप प्राचार्य, 3473 प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक, 3000 प्राथमिक शिक्षकों के अतिरिक्त 31 सहायक अनुभाग अधिकारी, 269 वरिष्ठ सचिवालय सहायक, 38 अशुलिपिक (ग्रेड-2) और कनिष्ठ सचिवालय सहायक के 684 पद शामिल हैं. इसके अलावा सीमित विभागीय परीक्षा के माध्यम से पदोन्नत 123 अधिकारियों के पद का परीक्षा परिणाम भी घोषित किया जाएगा.
केन्द्रीय विद्यालयों में शिक्षकों एवं गैर शैक्षिक कार्मिकों की व्यापक पैमाने पर भर्ती होने के बाद शिक्षकों एवं कर्मचारियों की कमी काफी हद तक दूर होगी और शिक्षा की गुणवत्ता में सकारात्मक परिवर्तन आएगा. इस समय 1207 केन्द्रीय विद्यालय संचालित किये जा रहे हैं, जिनमें लगभग 12.75 लाख बच्चे पढ़ रहे हैं.