LinkedIn: भारत में नौकरी करने वाले प्रोफेशनल्स के लिए LinkedIn का एक अध्ययन सामने आया है. भारत में 10 में से 9 प्रोफेशनल्स को काम और फैमिली कमिटमेंट के कारण सीखने को प्राथमिकता देना मुश्किल लगता है. हालांकि, प्रोफेशनल्स के एक जरुरी प्रतिशत ने उनकी कंपनी में सीखने के कल्चर को विकसित करने के लिए पर्याप्त काम करने की बात कही है.

क्या है लाउड लर्निंग?

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लीडिंग प्रोफेशनल नेटवर्क ‘LinkedIn’ के नए अध्ययन के मुताबिक, भारत में 91 प्रतिशत को थकान या फैमिली रेस्पॉन्सिबिलिटी जैसी बाधाओं का सामना करना पड़ता है, जो उनके सीखने के रास्ते में आ रही हैं. स्किल अपग्रडेशन में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए प्रोफेशनल लोग ‘लाउड लर्निंग’ का सहारा ले रहे हैं. ‘लाउड लर्निंग’ से तात्पर्य वर्कप्लेस पर सीखने की एम्बीशन्स के बारे में मुखरता से बात रखने से है.

लाउड लर्निंग के फायदे

LinkedIn के अध्ययन के मुताबिक, भारत में 79 प्रतिशत प्रोफेशनल्स का मानना ​​है कि 'लाउड लर्निंग' में शामिल होने से उनके करियर के विकास में मदद मिल सकती है. इसके कुछ फायदे में अनुभवी प्रोफेशनल्स से मार्गदर्शन और सलाह के अवसर प्रदान करना (28 प्रतिशत), नए करियर के अवसरों के द्वार खोलना (27 प्रतिशत) और पार्टनर्स के बीच नॉलेज और इनसाइट को साझा करने की सुविधा प्रदान करना (26 प्रतिशत) शामिल है. 

प्रोफेशनल्स को क्या करना चाहिए

LinkedIn करियर विशेषज्ञ एवं सीनियर मैनेजिंग एडिटर नीरजिता बनर्जी ने कहा कि, LinkedIn के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में नौकरी के लिए आवश्यक स्किल में 2030 तक 64 प्रतिशत परिवर्तन होने की उम्मीद है, इसलिए प्रोफेशनल्स के लिए सीखने पर अत्यधिक ध्यान केंद्रित करना महत्वपूर्ण है. LinkedIn प्रोफेशनल्स को उनकी सीखने की प्रोसेस में तेजी लाने में मदद करने के लिए नए AI-संचालित प्रीमियम टूल भी पेश कर रहा है.