सेवानिवृत्ति कोष निकाय EPFO में सदस्यों की संख्या बीते वित्त वर्ष (2023-24) में 1.65 करोड़ बढ़ गई जो एक साल पहले की तुलना में 19 फीसदी अधिक है. नियमित वेतन पाने वाले कर्मचारियों से संबंधित नवीनतम आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है. श्रम मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, “पिछले साढ़े छह वर्षों में 6.1 करोड़ से अधिक सदस्य कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से जुड़े हैं, जो नौकरी बाजार के सामान्य होने का संकेत है.” 

पिछले 5 सालों में कितने लोगों को नौकरी मिली    

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इन आंकड़ों से पता चलता है कि EPFO ने 2018-19 में शुद्ध रूप से 61.12 लाख सदस्य जोड़े थे, जो 2019-20 में बढ़कर 78.58 लाख हो गए. हालांकि वित्त वर्ष 2020-21 में यह संख्या घटकर 77.08 लाख रह गई. इसके पीछे मुख्य वजह कोविड-19 महामारी थी. स्थिति सुधरने पर 2021-22 में 1.22 करोड़ नए सदस्य और 2022-23 में 1.38 करोड़ सदस्य जोड़े गए. 

बाजार में नौकरी की हालत सामान्य

अधिकारी ने बताया कि EPFO में शामिल होने वाले नए सदस्यों की शुद्ध संख्या 2022-23 के 1.38 करोड़ से 19 फीसदी से अधिक बढ़कर 2023-24 में 1.65 करोड़ हो गई. अधिकारी ने कहा कि EPFO सदस्यता में शुद्ध बढ़ोतरी नौकरी बाजार के सामान्यीकरण की सीमा और संगठित/अर्ध-संगठित क्षेत्र के कार्यबल को सामाजिक सुरक्षा लाभ में शामिल होने का संकेत देती है.