कोरोना वायरस (CoronaVirus) का प्रकोप देश में बढ़ता ही जा रहा है. सरकार ने एहतियात के तौर पर स्कूल-कॉलेज, सार्वजनिक स्थल, सिनेमाघरों को 31 मार्च तक बंद रखने का फैसला किया है. तमाम निजी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की सहूलित (Work From Home) दी है. दिल्ली सरकार ने तो साप्ताहिक बाजार लगाने पर भी रोक लगा दी है. 

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कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा असर एजुकेशन सिस्टम पर दिखाई दे रहा है. केन्‍द्रीय माध्‍यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं स्‍थगित कर दी हैं. इन परीक्षाओं का कार्यक्रम 31 मार्च के बाद घोषित किया जाएगा. सीबीएसई के साथ ही ICSE बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं टाल दी हैं. 

इससे पहले मानव संसाधन विकास मंत्रालय (HRD Ministry) ने विश्‍वविद्यालय अनुदान आयोग, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, राष्‍ट्रीय परीक्षण एजेंसी, राष्‍ट्रीय मुक्‍त विद्यालय संस्‍थान, केन्‍द्रीय माध्‍यमिक शिक्षा बोर्ड, राष्‍ट्रीय अध्‍यापक शिक्षा परिषद और मंत्रालय के अधीन आने वाले सभी स्‍वायत्‍त संगठनों को कोरोना वायरस के मद्देनजर सभी परीक्षाएं 31 मार्च तक स्‍थगित करने का निर्देश दिया जारी किया था. इनमें विश्‍वविद्यालय की परीक्षाएं भी शामिल हैं.

एग्जाम के साथ मंत्रालय ने एग्जाम की कॉपी जांचने के सभी कार्य भी 31 मार्च के बाद तय करने के निर्देश दिए हैं. मंत्रालय ने मुख्‍य संयुक्‍त प्रवेश परीक्षा-जे.ई.ई. की तारीखों में भी परिवर्तन का निर्देश दिया है, ताकि ये परीक्षाएं सी.बी.एस.ई. तथा अन्‍य बोर्ड परीक्षाओं के दिन ही न आयोजित की जाएं.

केन्‍द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि मंत्रालय विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा अकादमिक गतिविधियां समय से संचालित करने के लिए प्रतिबद्ध है.

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घर पर ही कॉपियों की जांच

दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में सभी सरकारी और निजी स्कूलों को शिक्षण एवं गैर शिक्षण कर्मचारियों के लिए 31 मार्च तक बंद रखने का आदेश दिया हुआ है. शिक्षा निदेशालय ने कहा है कि शिक्षकों को वार्षिक परीक्षा के लिए मूल्यांकन का काम घर से करना होगा जबकि बोर्ड परीक्षाओं के लिए मूल्यांकन का काम सीबीएसई ने निलंबित कर दिया है.