PM मोदी ने WEF में गिनाई देश की उपलब्धियां, बोले- भारत ने दुनिया को दिया उम्मीदों भरा तोहफा
PM Modi WEF Davos Agenda latest updates: पूरी दुनिया में कोहराम मचा रहे कोरोना वायरस पर पीएम ने कहा कि भारत ने कोरोना का डटकर मुकाबला किया है.
PM Modi WEF Davos Agenda latest updates: सोमवार को विश्व आर्थिक मंच की बैठक को वर्चुअली संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बातों का जिक्र किया. पूरी दुनिया में कोहराम मचा रहे कोरोना वायरस पर पीएम ने कहा कि भारत ने कोरोना का डटकर मुकाबला किया है. आज भारत कोरोना की एक ओर लहर का सामना कर रहा है. देश के लोग कोविड से सावधानी और सतर्कता के साथ मुकाबला कर रहे हैं.
दावोस एजेंडा शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत वर्तमान के साथ ही अगले 25 वर्षों के लक्ष्य को लेकर नीतियां बना रहा है, निर्णय ले रहा है. इस कालखंड में भारत ने हाई ग्रोथ के, वेलफेयर और वेलनेस की सैचुरेशन के लक्ष्य रखे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत के पास वर्ल्ड का बड़ा सुरक्षित और सफल डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म (digital payments platform) है. अगर सिर्फ पिछले महीने दिसंबर की बात करें तो भारत में UPI के माध्यम से 4.4 अरब भुगतान किए गए हैं.
ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें
दुनिया भर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर भेज रहा है भारत
पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय युवाओं में आज Entrepreneurship एक नई ऊंचाई पर है. युनिकॉर्न के मामले में भारत वर्ल्ड में तीसरे स्थान पर है. पिछले साल देश में 40 यूनिकॉर्न जबकि पिछले 6 महीने में 10 हजार से अधिक स्टार्ट-अप्स रजिस्टर किए गए हैं. भारत में आर्थिक असमानता पर किए गए सवाल का जवाब देते हुए मोदी ने कहा कि हमारे यहां 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में भोजन पहुंचाया जा रहा है, दुनिया में शायद ही कही इससे बड़ा अभियान होगा. हमने हर देशवासियों का ध्यान रखने का हर संभव प्रयास किया है.
160 करोड़ कोरोना वैक्सीन डोज देने के आत्मविश्वास से भरा हुआ है भारत
भारत ने एक साल में 160 करोड़ कोरोना वैक्सीन डोज देने के आत्मविश्वास से भरा हुआ है. भारत जैसी मजबूत डेमोक्रेसी ने पूरे विश्व को एक खूबसूरत उपहार दिया है, एक उम्मीद का गुलदस्ता दिया है. इस गुलदस्ते में है, हम भारतीयों का डेमोक्रेसी पर अटूट विश्वास. इस गुलदस्ते में है 21वीं सदी का सशक्तीकरण करने वाली तकनीक है. आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा दवाइयों का निर्माता है. र्थव्यवस्था के लक्ष्यों पर मोदी ने कहा कि हमारी जीवनशैली भी जलवायु के लिए बड़ी चुनौती है. फेंक देने की संस्कृति और उपभोक्तावाद ने जलवायु चुनौतियों को और बड़ा और गंभीर बना दिया है.