Weather today; मौसम में आ रहा है यह बड़ा बदलाव, IMD ने कहा-अब बढ़ेगी तपिश
दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR) में 8 और 9 अप्रैल को गरज के साथ कुछ स्थानों पर बारिश के संकेत मिल रहे हैं. मौसम विभाग (IMD) की मानें तो पिछले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir Weather) और लद्दाख के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई है.
दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR) में 8 और 9 अप्रैल को गरज के साथ कुछ स्थानों पर बारिश के संकेत मिल रहे हैं. मौसम विभाग (IMD) की मानें तो पिछले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir Weather) और लद्दाख के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई है. ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी भी देखने को मिली है. हालांकि Western Disturbance कमजोर पड़ गया है, जिससे अब दो-तीन दिन मौसम साफ रहेगा. इस हफ्ते उत्तर, पूर्वी और मध्य भारत में पारा बढ़ेगा.
IMD का कहना है कि टर्फ आने से अब मौसम नहीं बिगड़ेगा. Western Disturbance नॉर्थ ईस्ट की ओर बढ़ गया है. उधर, पंजाब (Punjab Weather today), हरियाणा (Haryana Weather today), उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh Weather today), बिहार (Bihar Weather today), राजस्थान (Rajasthan Weather today), मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Weather today)समेत देश के कई भागों में गेहूं, चना, सरसों और मसूर की फसलें तैयार हैं. ऐसे में अगर देर से कटाई होती है तो गेहूं और सरसों की उपज का 5-10% का नुकसान होगा.
इस बेमौसम बरसात से फसलों को नुकसान होने का डर पैदा कर दिया है. देशभर में फसलें इस समय जिस अवस्था में हैं, बारिश नुकसानदेह होती जाती है और निश्चित रूप से फसलों की पैदावार को प्रभावित करती है.
मार्च का महीना देश के कई इलाकों में खेती के लिए अच्छा नहीं रहा. पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कई हिस्सों में अच्छी बारिश हुई है.
बिहार सरकार ने किसानों को आर्थिक अनुदान के लिए 518 करोड़ रुपये का आवंटन किया है, जिन किसानों की फसल का 33% से अधिक नुकसान हुआ है, राज्य सरकार उन्हें मदद देगी_
मार्च भी जनवरी की तरह सामान्य से लगभग 50% अधिक बारिश के साथ खत्म हुआ है. पिछले 24 घंटों के दौरान टॉप 10 लिस्ट में मध्य प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, केरल और ओडिशा के शहरों में भी तापमान तेजी से बढ़ा है.
मार्च महीने में उत्तर भारत में आए 7 पश्चिमी विक्षोभों में 4 सिस्टम काफी अधिक सक्रिय थे. इन्हीं सक्रिय पश्चिमी विक्षोभों ने उत्तरी मैदानी इलाकों में ओलावृष्टि और तेज हवाओं के साथ जमकर बारिश हुई.