Uttarakhand: Joshimath में बढ़ रहा भू-धंसाव का खतरा, पहाड़ों से निकल रहा पानी, सड़कों-घरों में बढ़ रही दरार
जोशीमठ को भूस्लखन के व्यापक खतरे वाला क्षेत्र घोषित किया गया है और 60 से अधिक प्रभावित परिवारों को अस्थायी राहत केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया गया है. जोशीमठ की भूसमाधि के लिए आखिर कौन है जिम्मेदार? देखिए पूरा विश्लेषण दीपक डोभाल से.