जम्मू-कश्मीर के त्रिकुट पर्वत पर स्थित माता वैष्णो देवी (Vaishno devi) के गुफा मंदिर का दर्शन करने के लिए खच्चर से यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को अब सिर पर हेलमेट पहनने और घुटने व कोहनी की सुरक्षा के लिए नी एवं एल्बो गार्ड दिया जायेगा ताकि वे किसी दुर्घटना में चोटिल न हों.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हाल के दिनों में खच्चर से गिरने या पहाड़ की चोटियों से गिरे पत्थर की चपेट में आने से सेना के एक अधिकारी एवं कुछ श्रद्धालुओं के मारे जाने और कई अन्य के चोटिल होने की पृष्ठभूमि में यह कदम उठाया गया है.

पैदल यात्रा करने वाले सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षा उपकरण, हेलमेट पहनने की सलाह दी गयी है और खच्चर से यात्रा करने के लिये इसे अनिवार्य कर दिया गया है.

यह पहल माता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) के सीईओ ने की है. 2018 में करीब 86 लाख श्रद्धालुओं ने वैष्णोदेवी की यात्रा की थी. इससे पहले खबर आई थी कि वैष्‍णो माता भवन से भैरव मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को ज्‍यादा मशक्‍कत नहीं करनी पड़ेगी. इस रूट पर नया रोपवे तैयार हो रहा है. इस रोपवे को स्विस कंपनी गर्वेंता ने डिजाइन किया है और इसका परीक्षण भी कर चुकी है. 

इसके अलावा बोर्ड ने तीर्थ स्थल आने वाले तीर्थयात्रियों को 5 लाख रुपये के नि:शुल्क दुर्घटना बीमा के अतिरिक्त घायल तीर्थयात्रियों का नि:शुल्क इलाज कराने का निर्णय भी लिया है.